Bihar News : पटना में बारिश बनी कहर: जनता पूछ रही हिसाब, विकास कहां हुआ?


पटना- राजधानी पटना में हुई भारी बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है। बारिश के बाद पूरे शहर में जलजमाव की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। घरों के अंदर पानी घुस चुका है, कई इलाकों में तो हालात इतने खराब हैं कि मल-मूत्र भी घरों के भीतर बह रहा है। लोग अपने घर निचले हिस्से को छोड़कर ऊँचे स्थानों पर जाने को मजबूर हैं।
शहर के बड़े अस्पतालों में भी हालात सुधरने की बजाय बद से बदतर हो गए हैं। एनएमसीएच के अस्पताल परिसर में पानी भर चुका है, जहां मरीजों को अब अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। यह स्थिति न सिर्फ स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि नगर निकाय की तैयारियों की भी पोल खोल रही है।
गुलजारबाग हाट हो या स्टेशन का इलाका—हर तरफ पानी-पानी है। नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है और लोग उसमें चलने को मजबूर हैं। अब जनता का सवाल साफ है-अगर करोड़ों रुपये विकास और सफाई पर खर्च हुए, तो उसका असर कहां दिख रहा है? क्या सिर्फ कागजों पर काम हुआ? क्या नालों की सफाई केवल फोटो तक सीमित रही? पटना की मेयर और सरकार से जनता अब हिसाब मांग रही है। शहरवासी जानना चाहते हैं कि बारिश आते ही राजधानी की ये नारकीय स्थिति क्यों हो जाती है? क्या नगर निगम की योजनाएं सिर्फ भाषणों तक सीमित हैं? पटना की सड़कों पर पानी नहीं, व्यवस्था की लाचारी बह रही है।