बार-बार निशाने पर क्यों यूपी-बिहार? : यूपी-बिहार पर वार, कांग्रेस को है स्वीकार?

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यूपी-बिहार के लोगों को भइया कहकर पंजाब से भगाने का चवन्नी छाप बोल बोलने वाले ये हैं पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी हैं। चन्नी पंजाबियों को एकजुट करने के बहाने यूपी-बिहार के लोगों को पंजाब में घुसने नहीं देने की अपील कर रहे हैं। लेकिन हैरानी तो इस बात की है, जब चन्नी यूपी-बिहार के लोगों को पंजाब में फटकने नहीं देने के ज़हरीले बोल बोल रहे थे, तो प्रियंका गांधी उनके इस बोल पर तालिया बजा रही हैं।

मतलब यूपी-बिहार को गाली और प्रियंका की ताली। तो क्या यूपी-बिहार पर वार, कांग्रेस को स्वीकार है। जिस यूपी-बिहार में कांग्रेस अपनी खिसकी सियासी ज़मीन को वापस पाने की जुगत में है, वहां के लोगों को पंजाब में नहीं घुसने देने के बयान पर प्रियंका ताली बजा रही हैं। तो क्या ये कांग्रेस की राजनीति का हिस्सा है। फिलहाल पंजाब में दिए इस बयान पर बिहार में भी सियासत गरमा गई है। विरोधी हमलावर है, तो बिहार कांग्रेस के नेता खामोश।

हालांकि सियासत के लिए पंजाब सीएम भले ही यूपी-बिहार के लोगों को गाली दे और प्रियंका ताली बजाए। लेकिन सच ये है कि प्रवासी मजदूर पंजाब की खेती और इंडस्ट्रीज की रीढ़ हैं। पंजाब की आबादी करीब 3 करोड़ है। एक अनुमान के मुताबिक पंजाब में लगभग37 लाख प्रवासी मज़दूर हैं।1970 के दशक में पंजाब में जब धान की फसल शुरू हुई थी उसी समय यूपी-बिहार के मज़दूरों का आना शुरू हुआ था। क्योंकिप्रवासी मज़दूरों को धान के खेती की जानकारी थी लेकिन पंजाबियों को नहीं।1978 में पंजाब में प्रवासी मज़दूरों की संख्या2.18 लाख थी। जो बढ़कर 37 लाख हो गई।37 लाख प्रवासी मज़दूरों में से लगभग चार लाख मज़दूर खेतों में काम करते हैं और धान के मौसम में ये संख्या5 लाख तक पहुंच जाती है। बाकी प्रवासी मज़दूर लुधियाना समेत पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में स्थायी रूप से बस गए हैं। ये मजदूर कारखानों से लेकर इमारतें बनाने के काम और फल-सब्ज़ी बेचने से लेकर ढाबे में काम करते हैं। 2020 में लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर वापस बिहार लौटे थे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद मजदूरों को वापस पंजाब बुलाया जाने लगा। वापस पंजाब बुलाने के लिए लाखों खर्च कर स्पेशल बसें भेजी गईं थीं। साफ है 37 लाख प्रवासी मजदूर अगर वापस यूपी-बिहार आ गए, तो पंजाब की अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी।

सवाल है कि यूपी-बिहार के जो प्रवासी मजदूर पंजाब चलाते हैं, उसी यूपी-बिहार के लोगों को गाली देकर पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रियंका गांधी को लगता है कि वो चुनाव जीत लेंगे। आखिर चुनाव जीतने के लिए इस तरह के बार-बार निशाने पर क्यों आ जाता है यूपी-बिहार? यूपी-बिहार को गाली देने वाली कांग्रेस किस मुंह से यूपी-बिहार में वोट मांगेगी?



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