पलामू के MMCH में लचर व्यवस्था : हैंडमेड पंखे से काम चलाते हैं मरीज, डॉक्टर के चेम्बर में 24 घण्टे रहती है बिजली

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Poor arrangement in MMCH of Palamu Poor arrangement in MMCH of Palamu

पलामू : मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एन्ड हॉस्पिटल की लचर व्यवस्था से यहाँ भर्ती होनेवाले मरीज काफी परेशान हैं. आपको बता दे कि MMCH पलामू प्रमंडलीय रेफरल अस्पताल है. यहां पलामू के अलावा, गढ़वा, लातेहार, बिहार के औरंगाबाद जिला सहित छत्तीसगढ़ से भी लोग अपना इलाज करवाने आते हैं. लेकिन यहां समुचित बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं होने से मरीज और उनके परिजनों को काफी फजीहतें झेलनी पड़ती है. आपको बता दें कि अस्पताल को सुधारने के लिए जिला प्रशासन कोशिशें भी कर रही हैं, लेकिन परिणाम वही ढाक के तीन पात.

घंटो-घंटो तक बिजली रहती है गुल

MMCH की लचर व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिये डीसी शशि रंजन ने कई बार कोशिशें की. कई बार स्वास्थय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और सख्त निर्देश दिये. लेकिन इसके बावजूद हाल वही है... हम ना सुधरेंगे. स्वास्थ विभाग के अधिकारी यह ठानकर बैठे है कि हम MMCH की व्यवस्था को नहीं सुधारने देंगे. कोई भी अधिकारी या सरकार ही क्यों न निर्देश पर निर्देश देते रहे. नतीजतन यहां घंटों-घंटों तक बिजली गुल रहती है.

डॉक्टर चैंबर के अलावा पूरा अस्पताल परिसर में अंधेरा

आपको बता दें कि MMCH की लचर व्यवस्था को लेकर कशिश न्यूज को भी लगातार शिकायतें मिल रही थी. इसके बाद हमारी टीम हालात जानने के लिये अस्पताल पहुंची. उस दौरान वहां बिजली कटी हुई थी. लोग गर्मी से बेहार थे. इलाज कराने आये मरीज पसीने से तर-बत्तर थे. डॉक्टर चेम्बर के अलावा पूरे अस्पताल परिसर में अंधेरा छाया हुआ था. मानो जैसे अस्पताल परिसर में लगे बल्ब और पंखे बिजली की इन्तेजार में टकटकी लगाए बैठी हों. यही नहीं इमरजेंसी वार्ड में भी एक भी पंखा नहीं चल रहा था. आलम यह था कि मरीज जिस पर्ची पर वह नम्बर लगाकर डॉक्टर से अपना इलाज करवाने आये थे.. उसी पर्ची को पंखे की तरह बनाकर हवा लेने को मजबूर थे.

मरीजों को घंटों करना पड़ता है बिजली का इंतजार

मजबूरी का आलम यहीं खत्म नहीं होता है. एक मरीज रविन्द्र ठाकुर जो उटारी के रहनेवाले हैं, उनके पैर में प्लास्टर बंधा हुआ था. और बिजली पर टकटकी लगाये थे.. कि कब बिजली आयेगी.. और लिफ्ट चलेगा.. ताकि वो ऊपर के तल्ले पर जा सकें. यही नहीं व्हील चेयर पर बैठे मरीज के साथ अस्पताल का एक भी कर्मी नहीं था. जो उसे लिफ्ट में या उसके वार्ड में ऊपर के तल्ले तक ले जा सके. शाहपुर की एक महिला वो भी अस्पताल में थी. उनकी बेटी अस्पताल में भर्ती हैं. वह महिला बांस से बने पंखे से हवा लेती हुई नजर आईं. उस महिला का कहना था कि अस्पताल में ना के बराबर ही बिजली रहती है. इसीलिए मजबूरन बांस के बने पंखे को घर से लाना पड़ा है.

क्या कहते है MMCH के अधिकारी ?

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (MMCH) के प्रभारी सुप्रिडेंट डॉ. आरके रंजन का कहना है कि बिजली पर्याप्त मात्रा में मिल रही है। 24 घंटे लगातार बिजली मिल रही हैं। अगर कोई शिकायत मिलती है तो उसे दिखावया जाएगा। पर सवाल यही उठता है की जब 24 घंटे बिजली मिल रही है अधिकारियों के अनुसार तो फिर अस्पताल में भर्ती मरीज को इसकी सुविधा क्यों नही मिल रही है, क्या झूठ बोल रहे है..? या भी कैमरे में कैद यह सारी तसवीर झूठी है..? आखिर कबतक ऐसी लचर व्यवस्था झेलती रहेगी जनता..? आखिर कबतक पलामू प्रमंडलीय रेफरराल अस्पताल MMCH सुधरेगा..?

पलामू से नितेश तिवारी की रिपोर्ट