पुलिस की दबिश : भाकपा माओवादी संगठन का हार्डकोर नक्सली सुरजनाथ खेरवार ने डीसी और एसपी के समक्ष किया सरेंडर
लोहरदगा : बड़ी खबर लोहरदगा से जहां पुलिस द्वारा लगातार चलाये गए डबल बुल ऑपरेशन का असर दिख रहा है. ऑपरेशन के दौरान उग्रवादियों के खिलाफ लगातार छापेमारी अभियान में पुलिस को भारी सफलता मिली है. नक्सलियों पर भारी दबाव है. इसके मद्देनजर 15 लाख का इनामी नक्सली रविन्द्र गंझू के दस्ता का सदस्य सुरजनाथ खेरवार उर्फ गुड्डू ने लोहरदगा पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है.
बतातें चलें कि ऑपरेशन के दौरान करीब एक दर्जन से अधिक बार नक्सली और पुलिस में मुठभेड़ हुई है. दो-तीन जवान घायल भी हुए हैं. वहीं दो-तीन नक्सली मारे गए हैं. कई की गिरफ्तारी हुई है. ऑपरेशन में पुलिस को भारी मात्रा में हथियार,गोली,बारूद समेत नक्सली उपयोग वाली सामग्री भी हाथ लगी है. पुलिस की दबिश के कारण उग्रवादी झारखंड सरकार की पुनर्वास नीति " नई दिशा "के तहत आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में वापस लौट रहे हैं. भाकपा माओवादी का दस्ता सदस्य सुरजनाथ खेरवार ने पुलिस के सामने बक्सीडिपा स्थित पुलिसलाइन में लोहरदगा डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण,लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा सहित पुलिस के अधिकारियों और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों के समक्ष सरेंडर कर दिया है. नक्सली सुरजनाथ खेरवार को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत नगद 50 हजार रुपये दिए गये.
नक्सली सुरजनाथ खेरवार के उपर लोहरदगा,गुमला और लातेहार के विभिन्न थानों में दर्जनों कांड दर्ज हैं. भाकपा माओवादी संगठन के दस्ता सदस्य सुरजनाथ खेरवार ने रविन्द्र गंझू के दस्ते में बचे हुए साथियों से आत्मसमपर्ण कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की है.
लोहरदगा के डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली को सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति नई दिशा के तहत हर संभव लाभ देने की बात कही है.
वहीं मामले में लोहरदगा की एसपी प्रियंका मीणा ने कहा कि नक्सलवाद एक लंबी लड़ाई है. एक दिन में समाप्त नहीं हो सकती है. लेकिन जब भी नक्सली हावी होने की कोशिश करेंगे तब आपरेशन डबल बुल जैसे ऑपरेशन देखने को मिलेंगे.