परवान चढ़ा रणवीर और शर्लिन का इश्क : दोनों ने सात जन्मों तक साथ रहने की खाईं कसमें, LOVE STORY पढ़कर आप भी हो जाएंगे विभोर

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मुंगेर : पढ़ाई के दौरान परवान चढ़ा प्यार आज अपने अंजाम तक पहुंच गया...सात समंदर पार से आयी दुल्हन ने खुशी खुशी भारत के भाव को जाना...समझा...और फिर अपनी रजामंदी की मुहर लगा दी...दुल्हन के चेहरे की लालिमा बता रही है कि ..कैसे एक प्रेमी अपनी मंजिल पाकर विभोर होता है... और कई जन्मों तक साथ देने का वादा करता है...दरअसल शादी का गठबंधन असल में होता भी तो यही है...कोई कहीं का...कोई कहीं का..लेकिन जब दिल मिल जाते हैं तो सारी बंदिशें..सारी दूरियां मानों बिल्कुल पास नजर आने लगती हैं...रणवीर और शर्लिन के साथ भी तो यही हुआ...दो सालों की जुदाई भी इनके प्यार को अलग नहीं कर पाई...और जब इन दोनों प्रेमियों के लिए यह कठिन समय बीत गया...तो दोनों का प्यार एक बार फिर से कुलांचे मारने लगा...लेकिन इस बार इन दोनों प्रेमियों ने एक साथ रहने की कसमें खायीं...और जिंदगी में फिर कभी अलग होने से तौबा कर लिया...

शर्लिन के इश्क में सबकुछ भूला रणवीर

मामला मुंगेर का है...जहां चेन्नई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद रणवीर नौकरी के लिए फ्रांस पहुंच गया...रणवीर वैसे तो फ्रांस अपनी जिंदगी को संवारने गया...लेकिन दिल की भावनाओं को जो ज्वार रणवीर के दिल में उठा उससे भला शर्लिन कहां बच पाती...जिस जगह रणवीर नौकरी कर रहा था...ठीक उसी के बगल में शर्लिन का कॉलेज था जहां वो ग्राफिक्स डिजायनर की पढ़ाई कर रही थी...इसे आप महज संयोग और दिलों का मेल ही कह सकते हैं...कि जिस जगह से रणवीर का कोई वास्ता नहीं था...वहां रहने वाली शर्लिन रणवीर के दिल की रानी बन गई...समय के साथ साथ प्यार भी जवां होता गया...और दोनों ने कब जीने मरने की कसमें खा लीं इसका पता उन्हें भी नहीं चला..

कोरोना ने लगाया ग्रहण

सबकुछ तो ठीकठाक चल रहा था...लेकिन क्रूर कोरोना ने दोनों के प्यार में ग्रहण लगा दिया..साथ साथ रहने वाले दोनों प्रेमी जोड़े को अलग होने पर मजबूर कर दिया..रणवीर भी भविष्य को देख साल 2020 में शर्लिन को फ्रांस में तनहा छोड़ भारत लौट गया...लेकिन कहते हैं ना कि सच्चा प्यार तो लाखों पाबंदियों को पार कर जाता है...जाहिर है रणवीर और शर्लिन ने तो सच्चा प्यार किया था...तो भला दोनों को कोरोना कहां से अलग कर पाता...कोरोना ने दोनों के मिलने जुलने पर तो ब्रेक लगा दिया...लेकिन दोनों दिलों के मिलने का सिलसिला तो रात दिन जारी रहा..मोबाइल फोन ने दोनों दिलों के तार को चौबीसों घंटों जोड़े रखा...और आखिरकार जब कोरोना ने राहत दी तो शर्लिन अपनी मम्मी पापा के साथ मुंगेर पहुंच गयी...और रणवीर से कोर्ट मैरिज कर ली...और आखिरकार रणवीर का इश्क परवान चढ़ा...और शर्लिन ने रणवीर के साथ सात जन्मों तक रहने की कसमें खायीं...


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