पलामू के आरोपी युवक की रिम्स में मौत : पुलिस पर लगा पिटाई का आरोप, परिजनों ने की CBI जांच की मांग

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पलामू : जिले के छत्तरपुर थाना क्षेत्र के भीखही गांव में 1 मार्च 2025 को लूटकांड के आरोपी महफुज अहमद नामक व्यक्ति की रिम्स में मौत हो गई. यह पूरा मामला विधानसभा में भी उठा. इसके बाद परिजनों ने पुलिस पर महफुज को जमकर पीटने का आरोप लगाया. परिवार के लोग अब पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए CBI जांच की मांग की है.

मृतक महफुज अहमद के परिवारवालों का आरोप है कि नावा बाजार और छत्तरपुर थाना पुलिस ने उसे अवैध रूप से गिरफ्तार किया और मारपीट कर उसकी स्थिति गंभीर बना दी, जिससे वह मृतप्राय स्थिति में पहुंच गया.

पलामू के शाकिन ग्राम निवासी तुफैल अहमद ने इस मामले को लेकर स्थानीय न्यायालय और अधिकारियों से जांच की मांग की है. तुफैल अहमद के मुताबिक, 1 मार्च को महफुज अहमद अपने दुकान पर था, तभी सफेद स्कॉर्पियो में कुछ पुलिसकर्मी उसे जबरन ले गए. इसके बाद उसकी मारपीट की गई, जिससे महफुज का हाथ टूट गया और उसकी शारीरिक स्थिति गंभीर हो गई.

महफुज अहमद के भाई नुमान अहमद और अन्य परिजनों ने जब छत्तरपुर और नावा बाजार थानों में इस घटना के बारे में जानकारी ली तो पुलिस ने इसकी जानकारी देने से इंकार कर दिया और उल्टे उन्हें धमकाया. बाद में, जब महफुज अहमद को न्यायिक हिरासत में लिया गया, तब उसकी स्थिति और भी बिगड़ गई और उसे गंभीर चोटों के कारण रांची स्थित रिम्स अस्पताल में रेफर किया गया.

परिवारवालों का आरोप है कि रिम्स अस्पताल में भी महफुज के साथ भेदभाव किया गया और डॉक्टरों द्वारा सही तरीके से इलाज नहीं किया गया. महफुज के भाई ने बताया खुद महफूज ने उससे अस्पताल में बताया कि पुलिस ने उसे थाने में प्रताड़ित किया और खूब पीटा।. उसने यह भी बताया कि पुलिस ने अस्पताल में भी उसे धमकाया और उसे जांच रिपोर्ट को छुपाया.

तुफैल अहमद ने इस मामले में छत्तरपुर थाना प्रभारी, नावा बाजार थाना प्रभारी, पलामू एसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए CBI जांच की मांग की है.

तुफैल अहमद और उनके परिवार ने सरकार से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष और पूरी जांच CBI द्वारा की जाए. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह पुलिस द्वारा एक साजिश के तहत महफुज अहमद को फंसाने का मामला हो सकता है, क्योंकि महफुज पर पहले कभी कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था.

वहीं इधर विधानसभा में राजेश कच्छप ने इस मामला को उठाया था. उन्होंने बताया इस मामले में एक थानेदार और दो अन्य अधिकारियों को निलंबित किया गया है. अब महफूज की मौत हो चुकी है. यह अनुसंधान का विषय है.