समय बदला...बिहार की बढ़ी अहमियत : NDA की बैठक में PM मोदी के करीब बैठे नीतीश, कहा : राजग के साथ मजबूती से खड़ी है JDU, जल्द बने सरकार
NEW DELHI : समय बदला और बिहार की बढ़ी अहमियत। जी हां, बीते कुछ सालों से नीतीश कुमार के सियासी करियर के खत्म होने की बात कह ताना मारने वाले विश्लेषक भी अब उनकी असली ताकत का लोहा मानने लगे हैं। जी हां, इसकी बानगी उसवक्त दिखी, जब पीएम मोदी के नेतृत्व में NDA की बैठक हुई। इस मीटिंग में नीतीश कुमार पीएम मोदी के बगल में ही बैठे दिखे।
समय बदला...बिहार की बढ़ी अहमियत
सीएम नीतीश कुमार के साथ-साथ टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बगल में बैठे दिखे। काफी खुशनुमा माहौल में हुई इस मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी, चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार एक-दूसरे के साथ हंसते-खिलखिलाते बातें करते हुए दिखे।
पीएम आवास में हुई NDA की बैठक
बुधवार को NDA की पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई। एक घंटे चली बैठक में मोदी को NDA का नेता चुना गया। बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक NDA के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे के बीच सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएंगे। राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा को सभी सहयोगी दलों के साथ वन-टू-वन बात करने और नई सरकार के स्वरूप पर चर्चा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
'NDA के साथ मजबूती से खड़ी है जेडीयू'
पीएम मोदी के साथ NDA की हुई बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि NDA के साथ जेडीयू हमेशा मजबूती के साथ खड़ी है और हमारा पूरा सपोर्ट है कि जल्द से जल्द सरकार बननी चाहिए। वहीं, चंद्रबाबू नायडू ने दो टूक अंदाज में कहा कि "अगर हम NDA का हिस्सा नहीं हैं तो हम चुनाव कैसे लड़ सकते हैं? हमने यह सामूहिक रूप से लड़ा। बैठक अच्छी रही।" इस बीच पीएम मोदी के इस्तीफे और कैबिनेट को भंग करने की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लोकसभा को भंग कर दिया है।
घटक दलों ने सौंपी मंत्रालयों की लिस्ट
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक टीडीपी ने 6 मंत्रालयों समेत स्पीकर पद की मांग की। वहीं, JDU ने 3, चिराग ने 2 (एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार), मांझी ने एक, शिंदे ने 2 ( एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार) मंत्रालयों की मांग की है। वहीं, जयंत चौधरी ने कहा है कि हमें इलेक्शन के पहले एक मंत्री पद देने का वादा किया गया था। इसी तरह अनुप्रिया पटेल भी एक मंत्री पद चाहती हैं।