CM नीतीश के 15 साल बेमिसाल : जेडीयू राजधानी से लेकर जिला स्तर पर कर रही है कार्यक्रम

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NITISH KE CM KE ROOP ME 15 SAAL PURA KARNE PER JDU BANA RHAI HAI UTSAV NITISH KE CM KE ROOP ME 15 SAAL PURA KARNE PER JDU BANA RHAI HAI UTSAV

PATNA:-नीतीश कुमार ने आज बिहार के मुख्यमंत्री कू रूप में 15 साल पूरे कर लिए।इस दिन को जेडीयू 15 साल बेमसाल का नारा दी है।इस अवसर पर जेडीयू पटना के प्रदेश कार्यालय से लेकर जिला एवं प्रखंड कार्यालय में कार्यक्रम आयोयिजत कर रही है।कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के नेता के साथ ही प्रखंड और पंचायत स्तर के नेता और कार्यकर्ता शामिल हो रहें हैं और नीतीश कुमार द्वारा किए जा रहे काम एवं उनके व्यक्तित्व करा गुणगान कर रहें हैं।पार्टी ने अलग अलग स्थानों पर कार्यक्रम की जिम्मेदारी अलग अलग लोगों को सौंपी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को पटना की जिम्मेवारी दी गई है। वहीं शिक्षा मंत्री विजय चौधरी को नालंदा, संजय झा को सुपौल, श्रवण कुमार को समस्तीपुर की जिम्मेदारी दी गई है। अन्य सांसद और पूर्व मंत्रियों को भी अगल-अलग जिलों में लगाया गया है।

7 वीं बार ले चुकें हैं सीएम पद की शपथ

गौरतलब है कि बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह के बाद सबसे ज्यादा समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहनेवाले का रिकार्ड नीतीश कुमार ने बनाया है।बता दें कि नीतीश कुमार पहली बार तीन मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बहुमत नहीं होने के कारण उनको सात दिन बाद ही 10 मार्च को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद नीतीश कुमार दूसरी बार 24 नवंबर 2005 को बिहार के मुख्यमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा किया। 2010 में चुनाव जीतक उन्होंने लगातार तीसरी बार 26 नवंबर 2010 को बिहार की कमान संभाली। हालांकि 2014 में लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने की वजह से 17 मई 2014 को नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी ही पार्टी के महादलित नेता जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया,पर ट्रैक से अलग हटकर काम करने की वजह से जीतनराम मांझी से जेडीयू ने इस्तीफा दिलवा दिया और 22 फरवरी 2015 को नीतीश कुमार ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वह 19 नवंबर 2015 तक अपने पद पर बने रहे। 2015 में आरजेडी के साथ चुनाव जीतकर नीतीश कुमार 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार सीएम पद की शपथ ली, लेकिन उन्होंने बीच में ही राजद का साथ छोड़ दिया और 26 जुलाई 2017 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राजद से अलग होने के बाद नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा के साथ आ गए और उन्होंने 27 जुलाई 2017 की छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा किया।इसके बाद नवंबर 2021 में सांतवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और अभी तक सीएम के रूप में काम कर रहें हैं।

सुशासन बाबू के नाम से मिली है प्रसिद्धि

नीतीश कुमारको सुशासन बाबू भी कहा जाता है क्योंकि लालू-राबड़ी के मुख्यमंत्रीत्व काल में बिहार की विधि व्यवस्था काफी खराब थी और रंगदारी एवं अपहरण की घटनाएं काफी संख्या में हो रही थी पर 2005 में सत्ता संभालने के बाद नीतीश कुमार ने विधि व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई कदम उठाए थे जिसके बाद उन्हें सुशासन बाबू कहा जाने लगा।नीतीश कुमार ने विधि व्यवस्था सुधारने के साथ ही राज्य की आधारभत संरचनाओं को विकसित करनेके लिए कई कदम उठाये ।इसमें सरकारी अस्पताल एवं स्कूल के साथ ही सड़क ,बिजली ,पानी एवं साफ-सफाई को लेकर कई योजनायें चलाई है।इसलिए आज नीतीश कुमार के सीएम पद पर 15 साल पूरा होने पर जेडीयू ने 15 साल बेमिसाल का नारा दिया है।


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