इससे पहले मुख्यमंत्री आवास पर जेडीयू के विधायकों, सांसदो और विधान पार्षदों की बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार, जेडीयू के कई विधायकों, MLC ने बैठक में CM नीतीश कुमार से कहा कि उनका वर्तमान गठबंधन 2020 से उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। चिराग पासवान का नाम लिए बिना नेता कहा कि वे एक ऐसा उदाहरण थे; यह भी कहा कि अगर वे अभी सतर्क नहीं हुए तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। इसके बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होने का मन बनाया।
इस बीच आरजेडी ने भी अपने तमाम नेताओं के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार बैठक में कहा गया कि आरजेडी नीतीश कुमार को समर्थन दे सकती है। विभागों के आवंटन पर कोई मतभेद नहीं होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पास 160 की ताकत है। अगर भाजपा अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करती है या राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोशिश करती है, तो हम उन्हें "करारा जवाब" देंगे।