नई पीढ़ी को मिला मौका : सीएम हेमंत सोरेन की चचेरी बहन रेखा कुमारी सोरेन गोला पश्चिमी जिला परिषद सीट से हुई विजयी
रामगढ़: बड़ी खबर रामगढ़ से जहांमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चचेरी बहन रेखा कुमारी सोरेन गोला पश्चिमी जिला परिषद सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी वर्तमान जिला परिषद सदस्य कपिलदेव मुंडा की पत्नी नेहा देवी को 4488 मतों के अंतर से पराजित कर चुनाव जीती है.
स्थानीय लोग उनके चुनाव जीतने के बाद उन्हें जिला परिषद अध्यक्ष के प्रबल दावेदार के रूप देख रहे हैं. वहीं इस जीत के साथ ही नई पीढ़ी के सदस्य ने राजनीतिक पारी की शुरुआत कर दी है.
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें तो इस जीत का बड़ा महत्व है क्योंकि झारखंड के दिशोम गुरु शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का रामगढ़ जिला पैतृक गांव रहा है. यहीं से दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने अपने पिता के आंदोलन महाजनी शोषण और गांव में शराबबंदी आंदोलन को आगे बढ़ा कर झारखण्ड की राजनीति में अपना मुकाम हासिल किया. लेकिन न तो कभी दिशोम गुरु शिबू सोरेन और न ही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा अपने गृह जिले से चुनाव लड़ा गया है और न ही इनके परिवार के सदस्य द्वारा अपने गृह क्षेत्र से चुनाव लड़ा गया. अब नई पीढ़ी की यह पहली चुनाव थी जिसमें जिले के गोला पश्चिमी जिला परिषद सीट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन रेखा कुमारी सोरेन 4488 मतों के अंतर से चुनाव जीती है.
मतगणना के तीसरे दिन उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी वर्तमान जिला परिषद सदस्य कपिलदेव मुंडा की पत्नी नेहा देवी को शिकस्त दी है. कपिल देव मुंडा की पत्नी के हारने के बाद इस सीट से भी आजसू का कब्जा समाप्त हो गया है. ऐसे में यह संभावना भी जताई जा रही है की आने वाले दिनों में हो सके तो राजनीति का यह मुख्य केंद्र हो सकता है. वैसे भी इस बार मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने तमाम घरेलू कार्यक्रम और धार्मिक अनुष्ठान के लिए आए दिन मुख्यमंत्री अपने गांव आया करते हैं.