नक्सली बैजनाथ सिंह ने डाला हथियार : लातेहार में पलामू के DIG, SP एवं CRPF11वीं बटालियन कमांडेन्ट के समक्ष किया सरेंडर
लातेहार : पिछले 30 वर्षों में भाकपा माओवादी संगठन का गढ़ माने जाने वाले लातेहार जिला के बूढ़ा पहाड़ से माओवादी नक्सलियों का सफाया हो चुका है. इस बीच बचे नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में पुलिस और सुरक्षाबलों को लगातार कामयाबी मिल रही है. इसी कड़ी में बुधवार को जेजेएमपी नक्सली संगठन के सब-जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह ने लातेहार पुलिस और सीआरपीएफ 11वीं बटालियन की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया है.
पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी नौशाद आलम, SP कुमार गौरव और सीआरपीएफ 11वीं बटालियन कमांडेन्ट यादराम बुनकर ने उन्हें माला पहनाकर और अंगवस्त्र प्रदान कर स्वागत किये. समर्पण करने वाला नक्सली जिले के मनिका थाना क्षेत्र के सैलदाग गांव का निवासी है. नक्सली बैजनाथ सिंह बीते कई वर्षों से समाज के मुख्यधारा से भटक कर नक्सली वारदातों को अंजाम दे रहा था. इस बीच करीब सात नक्सली वारदातों में बैजनाथ की संलिप्तता रही है. इसके विरूद्ध बीते कुछ सप्ताह पूर्व मुठभेड़ के दौरान जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा और सब-जोनल कमांडर प्रभात जी को मार गिराने में सफलता हासिल की थी. जिसके बाद से संगठन के बचे नक्सलियों में दहशत व्याप्त है और सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाकर मुख्यधारा में लौटने के लिए जुटे हैं. पूरे मामले पर DIG नौशाद आलम ने लातेहार पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव के साथ सीआरपीएफ 11वीं बटालियन और SSB बटालियन के संयुक्त प्रयास की सराहना करते हुए Congratulate कहा. बता दें कि आत्मसमर्पण के दौरान नक्सली बैजनाथ सिंह के पिता, भाई और पत्नी उपस्थित रही. बता दें कि लातेहार जिला में जेजेएमपी संगठन सुप्रीमो पप्पू लोहरा को मारे जाने के बाद संगठन अंतिम सांस ले रही है. अब संगठन के गिने चुने सदस्य ही बचे हैं. इससे कयास लगाया जा रहा है कि लातेहार जिला से जेजेएमपी संगठन को पुलिस जल्द समाप्त करने में सफल रहेगी.