साइबर फ्रॉड का हॉट स्पॉट बना नवादा : पुलिस ने 8 ठगों को दबोचा, ऑनलाइन सस्ते दर पर लोन देने का झांसा दे बना रहे थे शिकार
NAWADA : साइबर क्राइम का हब बन चुका नवादा में साइबर थाना की पुलिस ने शिकंजा कसते हुए वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अफसढ़ गांव में छापेमारी कर 8 शातिर साइबर अपराधियों को धर-दबोचा है। वहीं, पुलिस की भनक लगते ही कई साइबर ठग मौके से भाग निकले हैं।
बता दें कि नवादा के जालसाजों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों से विभिन्न बैंक से सस्ते दर पर लोन आदि का प्रलोभन देकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने साइबर अपराधियों के अड्डे पर छापेमारी कर साइबर अपराधियों के पास से 6 एंड्रॉयड मोबाइल और 22 पन्नों की डेटा शीट बरामद किया है, जिसमें ग्राहकों के नाम और विवरण अंकित हैं। बताया जाता है कि ये साइबर ठग पिछले कई वर्षों से साइबर ठगी के धंधे में लिप्त थे। पुलिस इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। फिलहाल गिरफ्तार सभी साइबर ठग से पूछताछ की जा रही है और इनके पास से बरामद दस्तावेजों और मोबाइल की जांच की जा रही है।
साइबर थाना की पुलिस के हत्थे चढ़े सभी साइबर ठग वारसिलीगंज थाना क्षेत्र के अफसढ़ गांव के निवासी चंदर राम का पुत्र विनेश कुमार, संजय झा का पुत्र विकास कुमार, टुन्नी मिस्त्री का पुत्र कारू कुमार, पैंगरी गांव के विपिन रावत का पुत्र सुमित कुमार, अकबरपुर थाना क्षेत्र के पैजूना गांव के सुरेंद्र रावत का पुत्र राहुल कुमार, काशीचक थाना क्षेत्र के बजरंग बीघा गांव के दशरथ राउत का पुत्र विपिन कुमार, शेखपुरा जिला के शेखोपुर सराय थाना क्षेत्र के मोहब्बतपुर गांव के संजय सिंह का पुत्र अंकित कुमार और गया जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के बिंदास पुर गांव के पवन झा का पुत्र पिंटू कुमार झा शामिल है। पुलिस सभी साइबर ठग से पूछताछ में जुटी है।
बता दें कि पिछले एक साल में नवादा जिले के विभिन्न इलाकों से पुलिस ने छापेमारी कर अबतक 255 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं। नवादा जिले में साइबर अपराध की यह बड़ी कार्रवाई लोगों के बीच सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है ताकि वे साइबर ठगी के झांसे में न आएं। वहीं, इन अपराधियों को जड़ से उखाड़ने के लिए नवादा की पुलिस द्वारा लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
इन सबके बावजूद जिले में साइबर अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। बता दें कि जिले का पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल साइबर अपराध का गढ़ माना जाता है। इस अनुमंडल में स्थित वारिसलीगंज थाना क्षेत्र साइबर का हॉट स्पॉट बना हुआ है। वारिसलीगंज के दर्जनों गांव साइबर अपराधियों का पनाहगाह बने हैं, जहां सुबह सबेरे से ही साइबर अपराधी लैपटॉप व मोबाइल लेकर घर से बाहर बाग-बगीचे अथवा पुराने भवनों में निकल जाते हैं और साइबर ठगी के धंधे में जुट जाते हैं। ठगी के इस धंधे में शामिल अपराधियों में सबसे अधिक संख्या बेरोजगार युवाओं की है, जो चंद दिनों में ही करोड़पति बनने का सपना पूरा करने के लिए साइबर अपराधियों के गिरोह में शामिल हो रहे हैं।