नहीं देखा होगा ऐसा शिवभक्त : 40 सालों से नहीं खाया अन्न, करते हैं कुछ ऐसा कि लोग रह जाते हैं दंग
NEWS DESK :श्रावणी मेला 2023 का शुभारंभ हो चुका है। शिव भक्तों का हुजूम कांवरियां पथ पर दिखने लगा है। उत्तरवाहिनी गंगा घाट से जल भरकर भक्त बाबाधाम देवघर के लिए रवाना हो रहे हैं। हालांकि, इस दौरान कई ऐसे कांवरियां भी दिखे, जिन्होंने भोले बाबा की अनोखी भक्ति से लोगों को रामांचित कर दिया है।
नहीं देखी होगी भोले बाबा की ऐसी भक्ति
कुछ ऐसे ही भक्त कांवरियां पथ पर दिखे, जिन्हें लोग फलाहारी बाबा के नाम से जानते हैं और लोग उन्हें काफी इज्जत देते हैं। दरअसल, जमुई के राजू यादव लगातार 40 सालों से बाबाधाम देवघर तक पैदल कांवर यात्रा करते हैं। उनकी आस्था और तपस्या कुछ ऐसी है कि कांवरिया पथ पर लगभग सभी उन्हें पहचानते हैं और आदर करते हैं।
फलाहारी बाबा के नाम से पुकारते हैं लोग
राजू यादव को फलाहारी बाबा के नाम से भी लोग पुकारते हैं। वे सुराही में जल भरकर देवघर जाते हैं और भोलेनाथ की आराधना करते हैं। उनकी माने तो उन्होंने बीते 40 सालों से अन्न नहीं खाया है और सिर्फ फलाहार करते हैं। वे कहते हैं कि वे रास्ते में ही पालक का पत्ता खा लेते हैं। उनका शरीर ऐसा बन चुका है कि वे अगर अन्न खा लें तो हजम नहीं होगा। प्राण तक जा सकते हैं।
शिवभक्ति के लिए जीवन समर्पित
राजू यादव बताते हैं कि वे हर माह बाबा का जलाभिषेक करते हैं। वे प्रत्येक सप्ताह पैदल ही कांवर लेकर चलते हैं। वे पिछले 40 सालों से ऐसा ही कर रहे हैं और अपना जीवन शिवभक्ति के लिए समर्पित कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह अपनी ही उम्र से अनजान है। बस कांवर लेकर चले जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वह साल में 48 बार जरूर कांवर लेकर यात्रा करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी अपनी आस्था है। फलाहारी बाबा का मानना है कि बाबा भोले को मिट्टी के बर्तन में रखा जल चढ़ाना सबसे शुभ माना जाता है लिहाजा वे सुराही में ही जल लेकर जाते हैं। कई लोग उन्हें सुराही बाबा भी कहते हैं। इस बार भी अपने दो सहयोगियों के साथ सुराही में जल भरकर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह साल में एक बार पैदल ही नर्मदा से जल भरकर बाबा महाकाल उज्जैन भी जल अर्पण करते हैं।