38 लाख लूटकांड का खुलासा : फाइनेंस कर्मी ही निकला मास्टरमाइंड, 2 दिन की छुट्टी लेकर रचा खेल
मुजफ्फरपुर :बड़ी खबर है मुजफ्फरपुर से जहां पुलिस ने अहियापुर इलाके से फाइनेंस ऑफिस में हुए 38 लाख लूट कांड का खुलासा कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे वारदात को किसी अपराधी ने नहीं बल्कि उसी ऑफिस के कर्मी ने ही अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि जल्द ही आरोपी फाइनेंस कर्मियों को दबोच लिया जायेगा।
दाल में काला
बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर पुलिस ने 6 दिसंबर को अहियापुर इलाके के भारत फाइनेंस कार्यालय से 38 लाख रुपए लूट की घटना का खुलासा कर लिया है । पूरे मामला में फाइनेंस ऑफिस का कर्मचारी ही मास्टरमाइंड निकला । दरअसल घटनास्थल और पीड़ितों के बयान को देखते हुए पुलिस पहले दिन से ही घटना को संदिग्ध मान कर चल रही थी । रात के साढ़े बारह बजे कार्यालय के सभी चार गेट का खुला रहना और दो अपराधियों द्वारा छह फाइनेंस कर्मियों को बंधक बनाने की बात पुलिस के गले के नीचे नही उतर रही थी ।
मोबाइल लोकेशन से खुला राज
वहीं पुलिस ने मोबाइल डंपिंग के आधार पर छानबीन शुरू की और फाइनेंस कर्मी से लूटे गए मोबाइल का लोकेशन पूर्वी चंपारण में मिला । पूर्वी चंपारण ने दबिश देने पर वहां से घटना में उपयोग की गई मोटरसाईकिल बरामद की गई साथ ही एक अपराधी के नेपाल भाग जाने की जानकारी मिली । वहीं से पुलिस को लूटे गए 30 लाख रुपए भी बरामद हो गए , जबकि बाकी का 8 लाख लेकर एक अपराधी नेपाल भाग चुका है ।
दो दिन की छुट्टी और रचा कांड
घटना की जानकारी देते हुए मुजफ्फरपुर एस एस पी राकेश कुमार ने बताया की छह सात दिसंबर की रात अहियापुर इलाके में भारत फाइनेंस कंपनी से 38 लाख रुपए लूट की घटना प्रतिवेदित हूई थी। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कंपनी के ब्रांच क्रेडिट मैनेजर किशन गुप्ता और यूनिट हेड मैनेजर इरफान अली ने मिलकर पूरे घटना को प्लानिंग की थी । किसन गुप्ता ने अपने दूसरे सहकर्मी के साथ मिलकर घटना की पटकथा लिखी । पुलिस ने टेक्निकल टीम के सहारे छानबीन कर लूटे गए तीस लाख तेइस हजार दो सौ सौ सत्तर रुपए बरामद कर लिए हैं । सबसे अहम बात यह है की इरफान दो दिनों पहले से छुट्टी पर चल रहा था और घटना को अंजाम देने खुद ही नकाब पहनकर फाइनेंस ऑफिस लूटने पहुंचा था ।