JDU MLA के निजी सचिव के भाई का हत्या मामला : विधायक के घरेलू नौकर ने की थी हत्या, कुख्यात निकला नौकर, हत्या के 6 मामले हैं दर्ज


मधेपुरापुलिस ने प्रमोद यादव हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. आपसी रंजिश में उनकी हत्या की गई थी. अपराधियों ने पहले पिटाई की और फिर गोली मारकर हत्या कर दी. इस हत्या कांड के मुख्य अभियुक्त श्यामसुंदर यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुरैनी थाना क्षेत्र के बाला टोल से वो गिरफ्तार किया गया. गिरफ्त में आये अपराधी पर पूर्व से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस की दबिश और लगातार छापेमारी की वजह से इस हत्याकांड में शामिल गांव के ही भागेश्वर यादव के पुत्र धनंजय यादव ने कोर्ट में सरेंडर किया.
बता दें कि प्रमोद यादव हत्या कांड में मृतक की पत्नी निक्की देवी के आवेदन पर पुलिस ने श्यामसुंदर यादव और गांव के हीं भागेश्वर यादव समेत 7 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए दो अन्य अज्ञात पर पुरैनी थाना में मामला दर्ज की है . सूत्रों के मुताबिक कुख्यात श्यामसुंदर यादव जेडीयू विधायक नरेंद्र नारायण यादव के घरेलू नौकर बताया जा रहा है.
चौसा के धुरिया निवासी श्याम सुंदर यादव पर पूर्व से हीं कई हत्या जैसे संगीन मामला उदाकिशुनगंज अनुमंडल के अलग अलग थाना में दर्ज है. बताया जा रहा है कि श्यामसुंदर यादव जेडीयू विधायक के घर पर रहकर चाय पानी पिलाने का कार्य करते थे, लेकिन प्रमोद यादव हत्या कांड के बाद उसे जदयू विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने अपने घर से निकल दिया था. श्यामसुंदर यादव की गिरफ्तारी से इलाके में सनसनी है. बाला टोल के ग्रामीण भले ही कैमरे र कुछ न बोल रहे हैं पर दहशत में दबी जुबान से सफेदपॉश लोगों पर अपराधी को संरक्षण देने की चर्चा भी कर रहे हैं.
उदाकिशुनगंज के एसडीपीओ अविनाश कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि प्रमोद यादव की हत्या आपसी रंजिश में की गई है. इस हत्या कांड में जहां 7 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. अन्य अज्ञात पर पुरैनी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस दबिश के कारण हत्या में सामिल गांव के भागेश्वर यादव के पुत्र धनंजय यादव कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया है. मुख्य आरोपी श्यामसुंदर यादव को गिरफ्तार किया गया. साथ हीं अन्य आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर एसपी संदीप सिंह के निर्देश पर लगातार छापेमारी की जा रही है. बहुत जल्द सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा. वहीं अपराधी को सफेद पॉश की मिल रही संरक्षण के सवाल पर एसडीपीओ ने बताया कि इस दिशा में भी पुलिस गहन अनुसंधान कर रही है. कोई बख्से नहीं जाएंगे