कमाल हो गया : CO ने मुर्दे से कराई रजिस्ट्री का कर दिया दाखिल खारिज..भेद खुलने पर शुरु कर दी मारपीट

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Murde se kharidi jamin ka co ne kar diya dakhil kharij Murde se kharidi jamin ka co ne kar diya dakhil kharij

मुजफ्फरपुर-पहले मुर्दे से कराई गई रजिस्ट्री का सीओ साहब ने दाखिल खारिज कर दिया..और जब भेद खुलने लगा तो सीओ साहब एडीएम के समक्ष ही कवरेज कर रहे मीडियाकर्मी से उलझ गए...

यह मामला है मुजफ्फरपुर के मोतीपुर अंचल कार्यालय का...सीओ की इस कारस्तानी के खिलाफ स्थानीय लोग गुस्से मे हैं.दरअसल मोतीपुर अंचल कार्यालय में उस समय अफरातफरी मच गई.. जब जांच के लिए अंचल कार्यालय पहुंचे अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन के समक्ष ही अंचलाधिकारी अरविंद कुमार अजित एक फरियादी औऱ समाचार संकलन कर रहे मीडियाकर्मी से भिड़ गए. काफी देर तक धक्का- मुक्की होती रही. यह सारा माजरा अंचल कार्यालय में लगे सी सी टी वी कैमरे में कैद हो गया. स्थिति को देखते हुए मोतीपुर पुलिस अतिरिक्त बलों के साथ अंचल कार्यालय पहुंची. प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार और पुलिस के बीच बचाव से मामला शांत हुआ.पीड़ित मीडियाकर्मी ने पी एच सी में अपना इलाज कराया है.

जानकारी के अनुसार निर्धारित तिथि के अनुसार अपर समाहर्ता आपदा प्रबन्धन डॉक्टर अजय कुमार सिंह सरकार के निर्देश पर जांच के लिए मोतीपुर अंचल कार्यालय पहुंचे थे. जांच चल ही रही थी कि मोतीपुर थाना क्षेत्र के सेंदुआरी गजसिंह निवासी विनोद कुमार राय अपनी फरियाद लेकर पहुंचे. उनका आरोप था कि उनके दादा चुल्हाई राय की 2013 में ही मौत हो गई थी जबकि उनसे 2014 में बहादुर राय के नाम जमीन रजिस्ट्री कराया गया. इतना ही नहीं उनके मृत बाबा चुल्हाई राय को आवेदक दिखाकर बहादुर राय के नाम 73 डिसमिल जमीन का दाखिल खारिज कर दिया गया. अभी विनोद राय अपनी शिकायत कर ही रहे थे कि अंचलाधिकारी उनसे धक्का मुक्की और गाली गलौज शुरू कर दी. इस घटना का समाचार संकलन जब एक मीडियाकर्मी करने लगा तो अंचलाधिकारी मीडियाकर्मी से भिड़ गए. उन्होंने उसका मोबाइल फोन छिनने का प्रयास किया. इससे अंचल कार्यालय में अफरा तफरी मच गई. लोगों की भाड़ी भीड़ जुट गई. लोग अंचलाधिकारी के खिलाफ एकजुट होने लगे.

स्थिति को देखते हुए मोतीपुर पुलिस को अंचल कार्यालय बुलाना पड़ा. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया. यह सारा वाकया जांच पदाधिकारी अपर समाहर्ता आपदा- प्रबंधन के समक्ष घटित हो रहा था और वे मूक दर्शक बने रहे. हालांकि विनोद राय के मामले में जांच पदाधिकारी ने भारी फर्जीवाड़े की बात स्वीकारी है और कहा है कि वे उक्त मामले में अपनी रिपोर्ट अंचलाधिकारी और राजस्वकर्मचारी के खिलाफ सरकार और जिलाधिकारी को सौपेंगे.


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