Bihar : लौंडा नाच पर बनी फिल्म 'झंझारपुर' में बिहार के कई कलाकार
PATNA :झंझारपुर - डांसिंग शैडोज नवीन चंद्र गणेश द्वारा निर्देशित एक ऐसी फिल्म है, जो बिहार के लौंडा नाच की दुनिया में गहराई से उतरती है। यह फिल्म बिहार की एक प्राचीन सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करने और दर्शकों को मोहित करने का माध्यम बनेगी।
इस फ़िल्म के कॉस्टिंग डायरेक्टर पटना निवासी गौतम गुलाल ने कहा कि फिल्म की कहानी बिहार के एक छोटे से गांव की है, जहां लौंडा नाच को एक कला के रूप में प्रदर्शित करने की कोशिश को दर्शाया गया है। जिसमें फ़िल्म के नायक की संघर्ष की कहानी है, जो लौंडा नाच को सिर्फ मनोरंजन नहीं एक कला की दृष्टिकोण से देखता है। वो कई यातनाओं से होकर गुजरना पड़ता है जो फ़िल्म में दिखेगा।
“नवीन चंद्र गणेश” लेखक व निर्देशक हैं जो पटना के ही मूल निवासी हैं। उन्होंने झंझारपुऱ का निर्देशन किया है। इस फिल्म का निर्माण साव फिल्म्स द्वारा किया गया है, जिसके निर्माता शशांक सुधाकरराव साव हैं। फिल्म को 30वें कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मे भारतीय भाषाओं के लिए राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया है, जो इसकी सिनेमाई उत्कृष्टता का प्रमाण है।
फिल्म का टीजर एनएफडीसी फिल्म बाजार में लॉन्च किया गया है, जिसे बीएसएफडीसी (बिहार राज्य फिल्म विकास और वित्त निगम), दयानिधान पांडे(सांस्कृतिक सचिव)द्वारा समर्थित किया गया था। फिल्म को 30वें कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित किया जाएगा, जो 4 दिसंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित किया गया है। जिसमें झंझारपुर का तीन दिनों तक प्रदर्शन कोलकाता में होगा 8 दिसम्बर को रविंद्र सदन में, 9 दिसम्बर को मेनोका सिनेमा में एवं 10 दिसम्बर को रविंद्र ओकाकुरा भवन में।
यह फिल्म महोत्सव भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है,े इस महोत्सव में प्रदर्शित किया जाना एक बड़े सम्मान की बात है। इस फिल्म में मुंबई सहित बिहार के कई कलाकारों ने काम किया है।