लोगों को मिलने लगा स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ : सरकारी अस्पतालों में आशा वर्कर और सहिया दीदी का है अहम योगदान

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कोडरमा: सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति लोगों में लगातार विश्वास बढ़ रहा है. केंद्र सरकार की ओर से लगातार स्वास्थ्य योजनाओं का विस्तार किया जा रहा है और इन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में हेल्थ वर्करों का अहम योगदान है.

लोगों से जुड़ी स्वास्थ्य योजनाएं तो पहले भी चलाई जाती थी लेकिन,कम लोगों तक इसका लाभ पहुंच पाता था. ऐसे में हेल्थ वर्कर के रूप में आशा वर्कर और सहिया दीदी से न सिर्फ लोगों को सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिलने लगा है बल्कि सरकारी स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में भी सुधार आया है. एक समय था जब सरकारी अस्पतालों से लोग परहेज करते थे लेकिन,इनकी बदौलत लोगों की सोच में भी बदलाव आ गया है.

2 सालों के कोरोना काल में जब लोगों का जीवन कैद में था,बावजूद इसके लोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे. ऐसे विपरीत परिस्थितियों में भी इन सहिया दीदी के सहारे न सिर्फ टीकाकरण के वर्ल्ड रिकॉर्ड को भारत ने हासिल किया बल्कि संक्रमण काल में टेस्टिंग ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट में सहिया दीदी ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की जीवन को सुरक्षित किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आशा वर्कर की तारीफ और उनके कार्यों की सराहना से कोडरमा के सदर अस्पताल में तैनात सहिया दीदी का उत्साह दोगुना हो गया है और टीकाकरण अभियान के अलावे दूसरे सरकारी योजनाओं का भी लोगों को समुचित लाभ दिलाने में यह अहम भूमिका निभा रही है.

कोडरमा के सदर अस्पताल के अलावे सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,उप स्वास्थ्य केंद्र और रेफरल अस्पताल में सहिया हेल्पडेस्क बनाया गया है,जहां लोगों को सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी के साथ समुचित इलाज की व्यवस्था की जाती है. इसके अलावा जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर भी सहिया दीदी की प्रतिनियुक्ति की गई है और सभी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही है.

आयुष्मान भारत योजना, जननी सुरक्षा योजना, पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान, मिशन इन्द्रधनुष समेत तमाम स्वास्थ्य योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने में सहिया की भूमिका अहम है. यही कारण है कि सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव के मामले लगातार बढ़े हैं वहीं शिशु मृत्यु दर में भी कमी आई है.