लॉकर घोटाला के बाद पलामू में खाता घोटाला : जेल में बंद बैंक मैनेजर ही निकला मास्टर माइंड
PALAMU : पंजाब नेशनल बैंक (पहले यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया) में लॉकर घोटाला के बाद उसी शाखा में खाता घोटाला का कारनामा भी सामने आ रहा है। बहुचर्चित लॉकर घोटाले के मास्टर माइंड बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार ही खाता घोटाला का मास्टर माइंड है। बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार और ग्राहक सेवा केन्द्र संचालक ज्ञानचंद कुमार और अरूण कुमार सिंह ने इस पूरे घोटाले को अंजाम दिया है।
पूरे मामले में डालटनगंज टाउन थाना में तीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया। मामले में अबतक के खुलासे के अनुसार लक्ष्मी देवी नाम की मृत महिला के खाते से 19 हजार और राजपुरी देवी के खाते से 1.10 लाख रूपए के फर्जी निकासी की बात सामने आई है। मामले का खुलासा तब हुआ जह मृत लक्ष्मी देवी के परिजन बैंक खाते से रुपए निकालने के लिए पहुंचे। दोनों के परिजनों के शिकायत पर पहले बैंक अधिकारियों ने गहणता के साथ मामले की जांच किया तो पाया कि तत्कालीन बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार की अनुमति के बाद बैंक खाते से रुपए की निकासी हुई है। मामले में टाउन थाना प्रभारी अरुण कुमार माहथा ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
ग्राहक सेवा केंद्र और बैंक मैनेजर की मिलीभगत से हुआ घोटाला
खाता घोटाला में अबतक के अनुसंधान में यह स्पष्ट हो चुका है की बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार ही ग्राहक सेवा केन्द्र के संचालकों के साथ मिलकर खाते से पैसे उड़ाने का काम करता था। मैनेजर बैंक लंबे वक्त से लेनदेन नहीं होने वाले खाता की निगरानी करता था और फिर मोटी रकम वाले खाते की गोपनीय जानकारी ग्राहक सेवा केंद्र के संचालकों को उपलब्ध करवाकर ग्राहक के खाता का वाउचर तैयार करता था और ग्राहक से मिलता-जुलता हस्ताक्षर करता था। बाद में बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार उस हस्ताक्षर को वेरीफाई कर खाते से रुपए की निकासी करवाता था।
इस पूरे खेल में बैंक में काम करने वाला पूर्व दैनिक कर्मी मनोज सिंह भी अहम किरदार अदा करता था। आपको बता दें की इसी बैंक शाखा से 7 लॉकर से कीमती आभूषण को बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार ने अन्य बैंक कर्मी और बाहरी लोगों के साथ मिलकर लगभग डेढ़ किलो सोना को गायब कर दिया था, जिस मामले में प्रशांत कुमार, दैनिक कर्मी मनोज सिंह समेत 15 से अधिक लोग जेल में बंद हैं।