यूं तो हर शाम उम्मीदों में.... : फगुआ का रंग चढ़ते ही इमोशनल हुई अक्षरा सिंह, कुछ इस तरह बयां किया दर्द
DESK : ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया...जाने क्यों आज तेरे नाम पे रोना आया...यूं तो हर शाम उम्मीदों में गुज़र जाती थी...आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया...उर्दू अदब के बड़े नामों में से एक शकील बदायूंनी के इस नज्म को अपनी सुरीली आवाज में पीरों कर अक्षरा सिंह ने भोजपुरी इंडस्ट्री खलबली मचा दी है।
भोजपुरी क्वीन के नाम से मशहूर एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया के आधिकारिक अकाउंट पर अपने दर्द को सुरों में बयां किया है। उन्होंने शकील बदायूंनी की मशहूर नज्मों में से एक यूं तो हर शाम उम्मीदों में.... गाने को गुनगुनाते हुएएक वीडियो पोस्टकिया है। जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं लोग अक्षरा सिंह की आवाज में एक नज्म को सुनकर मदहोश हुए जा रहे हैं।
बता दें कि शकील बदायूंनी ने अपने फिल्मी करियर में एक से एक हिट गाने दिए, जिन्हें लोग आज भी बहुत ही चाव के साथ सुनते हैं। शकील बदायूंनी के बेहतरीन गानों में चौदहवीं का चांद, प्यार किया तो डरना क्या, न जाओ सैंया छुड़ा के बैयां कसम तुम्हारी, हुस्नवाले तेरा जवाब नहीं और सुहानी रात ढल चुकी जैसे न जाने कितने ही बेहतरीन गाने हैं, जिन्हें जब भी सुना जाए, हमेशा मन मोह लेते हैं। अपने गानों से शकील बदायूंनी ने खूब लोकप्रियता हासिल की। वह जहां भी जाते तालियों की गूंज हर कोने से सुनाई देने लगती थी।