अब चुनाव के बाद.. : PM मोदी के दूसरे कार्यकाल की अंतिम 'मन की बात',नारी शक्ति के साथ गुमनाम हस्ती की चर्चा
KASHISH NEWS DESK:-अब तीन महीने तक पीएम मोदी के मन की बात नहीं होगी और लोकसभा चुनाव में तीसरी बार चुनाव जीतकर कर आने के बाद फिर से 'मन की बात' का एपिसोड आगे बढ़ेगा.इसकी घोषणा आज खुद पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में कही.
आज के मन की बात कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने नारी शक्ति के साथ ही की गुमनाम नामों की चर्चा की.पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक किसने सोचा था कि हमारे देश में, गांव में रहने वाली महिलाएं भी ड्रोन उड़ाएंगी। लेकिन आज ये संभव हो रहा है। आज तो गांव-गांव में ड्रोन दीदी की इतनी चर्चा हो रही है, हर किसी की जुबान पर नमो ड्रोन दीदी, नमो ड्रोन दीदी ये चल पड़ा है। पीएम ने सीतापुर की एक नमो ड्रोन दीदी से बात भी की और कहा कि उनका मेरा मिशन लखपति दीदी बनाने का है।
वहीं चुनाव में भागेदारी की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 'कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग ने एक और अभियान की शुरुआत की है - 'मेरा पहला वोट - देश के लिए'। इसके जरिए विशेष रूप से first time voters से अधिक-से-अधिक संख्या में मतदान करने का आग्रह किया गया है। भारत को जोश और ऊर्जा से भरी अपनी युवा शक्ति पर गर्व है। हमारे युवा-साथी चुनावी प्रक्रिया में जितनी अधिक भागीदारी करेंगे, इसके नतीजे देश के लिए उतने ही लाभकारी होंगे।' इसके साथ ही पीएम ने कई गुमनाम की चर्चा की.उन्होंने जम्मू कश्मीर के गांदरबल के मोहम्मद मानशाह द्वारा गोजरी भाषा संरक्षित करने के प्रयासों की सराहना की। साथ ही अरुणाचल प्रदेश के तिरप के बनवंग लोसू जी के वांचो भाषा के प्रसार में योगदान की तारीफ की।पीएम ने कर्नाटक के वेंकप्पा अंबाजी सुगेतकर की सराहना करते हुए कहा कि सुगेतकर एक लोक गायक हैं, जिन्होंने 1000 से ज्यादा गोंधली गाने गए हैं। लोक गायन के जरिए वे इस भाषा में कहानियों का खूब प्रचार-प्रसार करते हैं।इसके साथ ही बिहार के भीम सिंह भवेश की चर्चा करते हुए पीएम ने कहा कि बिहार में मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय रहा है। भीम सिंह भवेश इसी समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस कर रहे हैं। भवेश ने मुसहर जाति के करीब 8 हजार बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया। उन्होंने एक लाइब्रेरी बनवाई, जिसमें बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की बेहतर सुविधा मिल रही है।' भीम सिंह समुदाय के सदस्यों के जरूरी दस्तावेज बनवाने और उन्हें जागरुक करने में भी मदद करते हैं। उन्होंने समुदाय के लोगों के लिए 100 से ज्यादा मेडिकल कैंप लगवाए हैं और कोरोना महामारी के दौर में क्षेत्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए भी प्रोत्साहित किया।'
पीएम मोदी ने 'मन की बात' में बताया 'ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन, गांव के लोगों की आजीविका के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को ऊपर लाने का भी एक बड़ा माध्यम बन रहा है। इस प्रयास के पीछे जयंती महापात्रा और उनके पति बीरे साहू जी का एक बड़ा फैसला है। ये दोनों बेंगलुरु में मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स थे, लेकिन इन्होंने ब्रेक लेकर कालाहांडी के सालेभाटा गांव आने का फैसला किया। इन दोनों ने माणिकास्तु एग्रो की स्थापना की और किसानों के साथ काम शुरू किया। इन दंपति ने माणिकास्तु गोट बैंक भी खोला है। ये सामुदायिक स्तर पर बकरी पालन को बढ़ावा दे रहे हैं। माणिकास्तु गोट बैंक ने किसानों के लिए एक पूरा सिस्टम तैयार किया है।'
वन्य जीव दिवस की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा '3 मार्च को 'विश्व वन्य जीव दिवस' है। इस दिन को वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस वर्ष World Wild Life Day की थीम में डिजिटल इनोवेशन को सर्वोपरि रखा गया है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार के प्रयासों से देश में बाघों की संख्या बढ़ी है।' पीएम ने कहा कि आज युवा उद्यमी भी वन्य जीव के लिए नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं। एक युवा ने ऐसा ड्रोन तैयार किया है, जिससे नदी में घड़ियालों पर नजर रखने में मदद मिल रही है। एआई और इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर भी काम हो रहा है। वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में हमारे देश की जैव विविधता समृद्ध हो रही है। हमारे देश में प्रकृति और वन्य जीवों के साथ सह-अस्तित्व के साथ रहते आए