आगे क्या होगा ! : शिक्षको के नए टाइम-टेबल को लेकर अब तक शिक्षा विभाग ने नहीं निकाला आदेश,केके पाठक के दिल्ली जाने की चर्चा..
PATNA:-कटिहार दौरे पर पहुंचे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने जब मीडिया से बात करते हुए शुक्रवार को कहा कि स्कूल में क्लास सुबह 10 बजे से 4 बजे तक चलेगी और शिक्षकों को थोड़ा पहले आना होगा,तो लोगों को लगा कि सीएम नीतीश कुमार के विधानसभा में घोषणा के बाद केके पाठक सुबह 9 से संध्या 5 बजे तक शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित रहने के अपने आदेश का बदलने के लिए तैयार हो गए हैं,पर शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक शिक्षकों के टाइमिंग में बदलाव को लेकर किसी तरह का आदेश जारी नहीं किया गया है,जो कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार बच्चों का क्लास 10 से 4 बजे तक करने को लेकर केके पाठक का किसी तरह की विरोध नहीं है,पर शिक्षकों को वे हर हाल में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक देखना चाहतें हैं ताकि क्लास शुरू होने से पहले शिक्षकों को समुचित तैयारी करने का भी मौका मिले और छुट्टी के बाद वे कमजोर बच्चों को दक्ष अभियान के तहत अतिरिक्त समय देकर पढ़ा भी सके,पर सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में एक से ज्यादा दिन खुलेआम घोषणा की है कि स्कूल में क्लास 10 बजे से शुरू होगा और शिक्षक कुछ देर पहले आयेंगे..उनके बयान को स्पष्ट करते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा था कि शिक्षक क्लास शुरू होने से 15 मिनट पहले पहुंचेगे,और 15 मिनट बाद स्कूल छोड़ेगें, पर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केके पाठक इसे मानने को तैयार नहीं हैं.
मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री से जुड़े सीनियर अधिकारी ने केके पाठक को फोन करके स्कूल में शिक्षकों के आने-जाने को लेकर टाइम में बदलाव करने को लेकर आदेश जारी करने को कहा है.वहीं शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने भी मुख्यमंत्री के आदेश के आलोक में जल्द आदेश निकलने की बात कही है,पर केके पाठक ने अभी तक आदेश जारी नहीं किया है और दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं.अगर केके पाठक बिना आदेश जारी किए कुछ दिनों के लिए दिल्ली चले जातें हैं तो सरकार की किरकिरी हो सकती है.इसलिए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार खुद केके पाठक को तलब करके पूरे मामले पर बात कर सकते हैं.
बताते चलें कि इससे पहले भी विवाद होने पर केके पाठक दिल्ली दौरे या लंबी छुट्टी पर जाते रहे हैं.सीएम के हस्तक्षेप के बाद ही वे वापस लौटे हैं.इससे पहले उनका शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चन्द्रेशखर और शिक्षक संघों के साथ विवाद हुआ था,जिससे नाराज होकर वे छुट्टी पर चले गये थे.उन्होंने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद से परित्याग करने का पत्र भी मुख्य सचिव को भेज दिया था,और अपनी छुट्टी को लगातार बढ़ाते जा रहे थे,जिसके बाद सीएम नीतीश ने सीएम हाउस बुलाकर उनसे बात की थी,जिसके बाद केके पाठक ने ड्युटी ज्वाइन की थी और इसके एक दिन बाद ही प्रोफेसर चन्द्रशेखर को शिक्षा विभाग से हटाकर गन्ना विकास विभाग भेज दिया था.कई मौको पर सीएम नीतीश ने केके पाठक की तारीफ की है.
गौरतलब है कि केके पाठक के शिक्षा विभाग में आने के बाद राज्य की सरकारी स्कूल की व्यवस्था में काफी साकारात्मक बदलाव हुआ है.शिक्षक समय से स्कूल पहुंचने लगे हैं,उनके कार्यों का लेखा-जोखा लिया जा रहा है और लापरवाही करने वाले शिक्षकों,प्रधानशिक्षकों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है.इस बीच उनकी कार्यशैली से शिक्षक एवं शिक्षक संघ के साथ ही राजभवन और विधायक एवं विधान पार्षद में विरोध में खड़े हो गए हैं.अब तक केके पाठक की जद मे अधिकारी और मंत्री आ रहे थे और सीएम नीतीश और जेडीयू नेता उनका बचाव कर रहे थे हैं,लेकिन इस बार मामला सीएम नीतीश के आदेश को लागू करने को लेकर है. नीतीश कुमार के विधानसभा में दिये गये बयान के बाद शिक्षा विभाग ने पढ़ाई का टाइम टेबल तो 10 से 4 करने का आदेश निकाल दिया है पर शिक्षकों के टाइम-टेबल के बदलाव को लेकर किसी तरह का आदेश जारी नहीं किया है.देखना है कि ये आदेश केके पाठक कब तक निकालते हैं या बिना आदेश निकाले ही दिल्ली के लिए निकल जा