कैमूर पुलिस को मिली बड़ी सफलता : त्रिचि गैंग का अपराधी गिरफ्तार, बैंक लूट कांड मामले में था फरार
कैमूर : खबर है कैमूर से जहां पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बैंक लूट के मामले में फरार त्रिचि गैंग के अपराधी को आख़िरकार 7 साल बाद तमिलनाडु से मोहनिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस गैंग से जुड़े अपराधी पूरे देश में घूम-घूम कर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं।
बताया जा रहा है कि वर्ष 2016 में मोहनिया स्थित बैंक आफ इंडिया में डकैती के कांड में वांछित था जिसे कैमूर पुलिस के टॉप 10 के सूची में शामिल किया गया था। घटना के बाद कांड का उद्भेदन करते हुए ₹47 लाख रुपए की राशि पुलिस के द्वारा उस समय बरामद किया गया था तथा एक अपराधी सुरेश कुमार जो तमिलनाडु का रहने वाला था उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उसके बाद से कांड के शेष वांछित 6 अपराधी आज तक फरार चल रहे थे जिस मामले में एक गिरफ्तार अपराधी तमिलनाडु राज्य के तिरुचिरापल्ली से त्रिची गैंग के कुमरेसन पिता दरमर निवासी गांधीनगर जिला तिरुचिरापल्ली राज्य तमिलनाडु को गिरफ्तार कर लिया गया।
कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ के क्रम में बताया कि रामजीनगर जिला तिरुचिरापल्ली राज्य तमिलनाडु में करीब 100-200 अपराधी हैं जो पूरे देश में घूम-घूम कर अपराध करते हैं। इसी क्रम में कोलकाता में अपराध करने के बाद यह लोग कैमूर जिले के भभुआ रोड स्टेशन पहुंचे थे यह लोग जहां भी रहते हैं रेलवे स्टेशन पर ही रहते हैं तथा कई राज्यों में इनका नेटवर्क है गैंग का प्रोफाइल पूछताछ के आधार पर तैयार किया जा रहा है।
कैमूर पुलिस ने एक अन्य लूट कांड जो चैनपुर थाना अंतर्गत हुआ था इस मामले में 20 वर्षों से हैदराबाद में छिपकर अपराधी रहा था कैमूर पुलिस की एक टीम को हैदराबाद भेजा गया था। जहां छापेमारी की गई तो अपराधी भाग कर भभुआ आया जहां इसे भभुआ रोड स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधी भभुआ थाना क्षेत्र के वरुण गांव निवासी रामदेव बिंद का पुत्र बसंत बिंद को गिरफ्तार किया गया है।