JHARKHAND NEWS : पाकुड़ डीसी ने की सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने का दिया निर्देश
पाकुड़ : जिला उपायुक्त मनीष कुमार बुधवार को समाहरणालय सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की. बैठक में विगत वर्ष एवं इस वित्तीय वर्ष में घटित सभी सड़क दुर्घटनाओं एवं उनके घटित होने के कारणों की विस्तृत समीक्षा की.
डीसी ने भविष्य में दुर्घटनाओं को लेकर संवेदनशील रहने एवं सावधानी बरतने हेतु प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे बाइक न चलाए एवं दो पहिया वाहन चालकों, जो सभी नियमों का उल्लंघन करते हैं उनके विरूद्ध जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया. साथ ही जिला अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु नेक नागरिक (सभी छोटी बड़ी सड़क दुर्घटनाओं में गोल्डन ऑवर में बचाने वाले) का चयन करने के साथ इसका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कराने हेतु निर्देश दिया गया. इसके अलावे लंबित सभी हिट एंड रन से संबंधित मामलों का निष्पादन ससमय करने का निर्देश सभी संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया. सभी प्रखण्डों में लगातार जांच अभियान चलाकर बढ़ती सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया गया.
उपायुक्त ने जिला परिवहन पदाधिकारी से इस माह की गई कार्रवाई के संदर्भ में जानकारी ली. जिला परिवहन पदाधिकारी ने सड़क दुर्घटना के एनालिसिस के बारे में बताया कि जनवरी 2024 से अक्टूबर 2024 तक कुल 63 सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें से 62 लोगों की मृत्यु हुई है. इस संबंध में उपायुक्त के द्वारा जिला सड़क सुरक्षा कोषांग को सड़क दुर्घटना रोकने का प्रयास करने हेतु कई दिशा निर्देश दिए गए. बिना रजिस्ट्रेशन के वाहनों का परिचालन सड़क पर नहीं होगा. सभी दो पहिया वाहन चालक को चालक के साथ उसके पीछे बैठे सह चालक को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा. जिला के सभी पेट्रोल पंप पर सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य होगा. बिना हेलमेट के वाहन चालकों को ईंधन देने पर चालक एवं पेट्रोल टंकी पर के स्वामी के ऊपर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी. अतिरिक्त रूप से सभी वाहनों में लगे लोहे के एंगल एवं पटरी को काटने हेतु 24 घंटे का समय दिया गया. अन्यथा कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. साथ ही उपायुक्त ने ओवरलोड को लेकर परिवहन विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन नहीं करने वाले दो पहिया, तीन पहिया एवं बड़े वाहनों के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. नियमित रूप से वाहन जांच अभियान चलाने व नियम के तहत कार्रवाई करने को कहा. ड्रंकन एंड ड्राइव को सख़्ती से पालन कराने हेतु ड्रंकन एंड ड्राइव मशीन उपकरण उपलब्ध कराया गया. नवीन ब्लैक स्पॉट के चिह्निकरण एवं उनके सुधार के उपाय के विषय पर चर्चा की गई.