JHARKHAND NEWS : 480 करोड़ निवेश के बीच हुआ MOU साइन, मंत्री सत्यानन्द भोक्ता ने इनलैंड ग्रीन के साथ किया हस्ताक्षर

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रांची :झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानन्द भोक्ता ने इनलैंड ग्रीन एनर्जी480करोड़ निवेश के बीच एमओयू हस्ताक्षर किया.इस इकाई में इनलैंड पावर प्लांट में300लोगों प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. बता दे कि, इनलैंड ग्रीन एनर्जी कि उपस्थिति पूरे भारत में व्यवसाय के विभिन्न क्षेत्रों में है.इस कंपनी ने अलग-अलग क्षेत्र में अपने व्यवसाय को फैला रखा है, जैसे लॉजिस्टिक सर्विस,बिजली उत्पादन,चाय उत्पादन,रिटेल पेन आउटलेट,इनलैंड माइनिंग और हैंडलिंग एवं इनलैंड है.


जाने इनलैंड ग्रीन एनर्जी के ग्रुप का टर्नओवर

इस ग्रुप का रिसेंट टर्नओवर लगभग करोड़ का है. इस कंपनी के द्वारा सन2011में इनलैंड पावर लिमिटेड के नाम से झारखंड राज्य के रामगढ़ जिले के गोला ब्लॉक में एक2 X 63 MWक्षमता का वि‌द्युत उत्पादन संयंत्र लगाने हेतुMoUका हस्ताक्षर किया गया था और इसकी एक इकाई से, MoUमें निर्धारित समय सीमा के अंदर, 2014में उत्पादन चालू किया गया और उसी समय से झारखंड बिजली वितरण निगम के साथ लंबी अवधि के करार के अनुसार निरंतर बिजली की सप्लाई की जा रही है. इस इकाई में इनलैंड पावर लिमिटेड के द्वारा करीब साढे तीन सौ करोड़ की पूंजी का निवेश किया गया है. इसमें करीब300लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार एवं अप्रत्यक्ष रूप से करीब3000व्यक्ति लाभान्वित हो रहे है.


गन्ने के शीरे से इथेनॉल का होता है उत्पादन

बता दे कि, देश मेंडिस्टिलरी आमतौर पर शीरे से इथेनॉल का उत्पादन करती हैं जो चीनी का उप-उत्पाद है. हालांकि, 20प्रतिशत सम्मिश्रण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गन्ना का उपयोग पर्याप्त नहीं है,इसलिए,मक्का,क्षतिग्रस्त खाद्यान्न (डीएफजी) और भारतीय खाद्य निगम के पास उपलब्ध चावल जैसे खाद्यान्नों से इथेनॉल बनाने की भी अनुमति दी गई है.2025तक पेट्रोल में20प्रतिशत इथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगभग1016करोड़ लीटर इथेनॉल की आवश्यकता होगी और अन्य उपयोगों के लिए लगभग334करोड़ लीटर इथेनॉल की आवश्यकता होगी. इसके लिए लगभग1700करोड़ लीटर इथेनॉल उत्पादन क्षमता की आवश्यकता होगी. अन्य राज्यों की तरह झारखंड सरकार ने भी निवेशकों को झारखंड में आकर्षित करने के लिए21अक्टूबर2022को एथेनॉल प्रोडक्शन प्रमोशन नीति2022को मंत्री परिषद के द्वारा मंजूर किया गया. झारखंड सरकार की इस नीति से प्रोत्साहित होकर इनलैंड ग्रीन . एनर्जी ने इथेनॉल के क्षेत्र में झारखंड में लगभग480करोड़ के पूंजी निवेश के साथ350किलो लीटर क्षमता एवं15मेगावाट की क्षमता का कैपटिव पावर प्लांट लगाने का निर्णय लिया है, इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि साथ में अतिरिक्त रोजगार का भी सृजन होगा. झारखंड के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी.


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