JHARKHAND NEWS : रांची के अरगोड़ा चौक पर शहीद वीर बुधू भगत का मनाया गया 193 वां शहादत दिवस
रांची : शहीद वीर बुधू भगत का 193 वां शहादत दिवस आज है. राजधानी रांची के अरगोड़ा चौक पर शहीद वीर बुधू भगत का 193 वां शहादत दिवस मनाया गया. बुधू भगत ने 1831 में अंग्रेजों के खिलाफ कोल विद्रोह का नेतृत्व किया था.
बुद्धू भगत ने 1832 में छोटानागपुर के आदिवासियों के साथ अंग्रेजों और जमींदारों के दमनकारी शासन के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था जिसमें मुंडा, उरांव, भूमिज और हो आदिवासियों का महत्वपूर्ण योगदान था. अंग्रेजों ने बुधू भगत को पकड़ने के लिए 1000 रुपए इनाम की घोषणा की थी. 13 फरवरी 1832 को ब्रिटिश सेना सिलागई गांव पहुंची और बुधू भगत के अनुयायियों के कड़े प्रतिरोध का सामना किया. उन्होंने धनुष, बाण, कुल्हाड़ियों और तलवारों के साथ अंग्रेजी सेना पर आक्रमण किया. बुधू भगत ने जोआ भगत के साथ इस विद्रोह का नेतृत्व किया. 13 फरवरी 1832 को कैप्टन इम्फे के खिलाफ लड़ते हुए बुधू भगत को अंग्रेजों ने पकड़ लिया और मार डाला. इस लड़ाई में बुधु भगत के पुत्र हलधर भगत और गिरिधर भगत भी मारे गए.
बुधू भगत के 193 वें शहादत दिवस के मौके पर राजी पाड़ा सरना प्रार्थना सभा झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष रवि तिग्ग ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के ख़िलाफ़ वीर बुधू भगत ने लड़ाई लड़ी. आज हमें इस वीर शहीद से सीख लेने की जरूरत है. उन्होंने किस तरह अपने देश, परंपरा और संस्कृति को बचाने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिए.
रांची से राहुल कुमार की रिपोर्ट--