JHARKHAND NEWS : सीएम और झारखंड हाईकोर्ट के सीजे ने चाईबासा बार भवन निर्माण कार्य का किया ऑनलाइन शिलान्यास

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चाईबासा : झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मंगलवार शाम खूंटी में आयोजित कार्यक्रम से अत्याधुनिक सुविधा संसाधनों से लैस चाईबासा बार के नए भवन का ऑनलाइन शिलान्यास किया. चाईबासा बार भवन परिसर में शिलान्यास समारोह कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जा रहा था.

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान द्वारा मंगलवार को खूंटी में आयोजित कार्यक्रम में खूंटी, चाईबासा और चांडिल में बनने वाले अत्याधुनिक सुविधा संसाधनों से लैस बार भवन के नए भवन के निर्माण कार्य का विधिवत पूजा अर्चना और शिलापट्ट का अनावरण कर किया गया.

चाईबासा में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री दीपक विरुवा, सांसद जोबा मांझी, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद तौकीर आलम, उपायुक्त चंदन कुमार, एसपी राकेश रंजन, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद, झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वरीय उपाध्यक्ष अधिवक्ता अनिल महतो, जिला बार के सचिव फादर अगस्तीनं कुल्लू सहित न्यायिक पदाधिकारी एवं काफी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि न्यायालय न्याय का मंदिर है जहां लोगों को न्याय मिलता है,लोग न्याय पाने के लिए बार आते हैं. अधिवक्ता लोगों के केस,मुकदमा को लड़ते हैं,उनके समस्याओं को समझते हुए न्याय दिलाने का काम करते हैं.

भवन निर्माण के सचिव अरवा राजकमल ने कहा कि राज्य के 24 जिले और 7 अनुमंडल में कुल 31 स्थानों मे अत्याधुनिक सुविधा,संसाधनों से लैस बार का मॉडल भवन का निर्माण कराया जाएगा,ताकि अधिवक्ताओं और अधिवक्ताओं के पास अपने काम के लिए आने वाले लोगों को परेशानी ना हो.

खूंटी में कार्यक्रम संपन्न होने के बाद भू राजस्व एवं परिवहन मंत्री दीपक विरुवा ने शिलापट्ट का अनावरण कर चाईबासा में बनने वाले बार भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. चाईबासा में भी मंच पंडाल आदि बनाए गए थे. अतिथियों के बैठने के लिए मंच, अधिवक्ताओं और लोगों के बैठने के लिए नीचे कुर्सियां लगाई गई थी. अत्याधुनिक सुविधा ,संसाधनों से लैस यह बार भवन भवन निर्माण विभाग द्वारा लगभग 4 करोड़ 92 लाख 22 हजार की लागत से कराया जा रहा है और इस निर्माण भवन निर्माण कार्य का ठेका सत्यम बिल्डर को मिला है. यह भवन जी प्लस 4 भवन होगा जो चाईबासा बार के ऐतिहासिक और जर्जर हो चुके पुराने भवन को तोड़कर उसी स्थान पर बनाया जाएगा. यह भवन बन जाने से अधिवक्ताओं के बैठने और विभिन्न केस मुकदमा से पूरे जिले भर से आने वाले लोगों को बैठने, अधिवक्ताओं को काम करने में आसानी होगी. जिला बार में अधिवक्ताओं की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है और लोगों का आवागमन भी न्यायालय में बढ़ गया है. इस हिसाब से बार भवन काफी छोटा हो गया था. अधिवक्ताओं के बैठने के लिए जगह कम पड़ रही थी. लोग पेड़ के नीचे और टीना शेड डालकर किसी तरह रह रहे थे. वहीं लगभग 140 वर्ष पुराने बार के ऐतिहासिक और जर्जर हो चुके भवन के नीचे जान जोखिम में डालकर अधिवक्ता बैठते थे और अपने कामकाज निपटाते थे, वहां लोगों का आवागमन होता था.

चाईबासा बार के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद एवं अधिवक्ताओं ने जिले के अधिवक्ताओं के बैठने और हो रही परेशानियों को देखते हुए कई बार मुख्यमंत्री, विभिन्न स्तरों और स्थानीय मंत्री दीपक विरुवा को ज्ञापन सौंपा था. मंत्री दीपक बिरुवा ने सरकार को प्रस्ताव भेजा था और चाईबासा में बार भवन निर्माण का रास्ता साफ हो पाया. चाईबासा बार भवन बनने से अधिवक्ताओं में खुशी की लहर है और अधिवक्ता काफी खुश दिख रहे हैं. यह भवन आने वाले 50 सालों को ध्यान में रखकर अधिवक्ताओं और लोगों के सुविधा को देखते हुए बनाया गया है. यह भवन गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा के अंदर निर्माण कराया जाएगा.

चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट---