JDU सांसद और BJP मंत्री में तकरार : JDU सांसद आलोक बोले-संसद भवन में इंट्री का फर्जी पास बनानेवाले आप्त सचिव का बचाव कर रहें मंत्री जनक चमार
GOPALGANJ:- गोपालगंज के वर्तमान सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार पूर्व सांसद एवं बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक चमार पर गलतबायी का आरोप लगाया है।सांसद आलोक कुमार ने कहा कि जनक चमार मीडिया को गलत बयान देकर अपने आप्त सचिव का बचाव कर रहें हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किये गये मंत्री के आप्त सचिव बबलू आर्या और ज्योति भूषण भारती दोनों ने फर्जीवाड़ा करते हुए संसद भवन में इंट्री के लिए स्कैनिंग कराकर फर्जी तरीके से पास बनवाया था।
सांसद आलोक की मानें तो इनलोोगं ने उन्हें फंसाने की साजिश रची थी और संसद भवन में इंट्री के लिए दोनों आप्त सचिवों ने इस तरह का फर्जीवाड़ा किया था। जब इसकी जानकारी उन्हें मिली तो तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए लोकसभा स्पीकर, गृह विभाग और पीएमओ के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास शिकायत की थी।
गृह विभाग ने पूरे मामले की जांच करायी और दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच को जिम्मेदारी दी गयी। नई दिल्ली के चाणक्यपूरी थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज कर मंत्री के दोनों आप्त सचिव और स्कैनिंग कर पास बनानेवाले युवक गिरफ्तारी की है। संसद भवन में इंट्री के लिए फर्जी पास बनाने की मंशा क्या थी, इसकी जांच नेशनल सुरक्षा एजेंसी कर रही है।
वहीं, इस मामले में सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने कहा कि पूर्व सांसद तथा खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम द्वारा मीडिया को दिए गए बयान में कहा गया है कि उन्होंने फर्जीवाड़ा की जानकारी मिलने पर सितंबर माह में ही दोनों आप्त सचिव बबलू आर्या और ज्योति भूषण भारती को हटा दिया था। मंत्री के इस बात को मान लिया जाये कि उन्होंने दोनों को सितंबर माह में ही हटा दिया था, तो फिर 12 अक्टूबर को मंत्री जनक राम का टूर प्रोग्राम उनके आप्त सचिव बबलू आर्या के नाम से कैसे जारी हो गया। यदि मंत्री जनक राम झूठ बोल रहे हैं, तो अपना सच्चाई मीडिया को बताएं कि दिल्ली पुलिस की गिरफ्तारी के बाद दोनों को आप्त सचिव के पद से हटाया गया।
मंत्री द्वारा यदि, सही मायने में सितंबर माह में ही दोनों को हटा दिया गया है, तो आप्त सचिव बबलू आर्या द्वारा जारी किया गया मंत्री का टूर प्रोग्राम भी संसद भवन में इंट्री पास की तरह फर्जी बना था। इस मामले में खान एवं भूतत्व मंत्री को बबलू आर्या के विरुद्ध फर्जीवाड़ा की प्राथमिकी तत्काल दर्ज करानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं है, तो उन्हें सच्चाई बतानी चाहिए।
स्कैन कर बना था फर्जी पीए-पीएस पास
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जांच के दौरान पाया कि गोपालगंज के वर्तमान सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन के पीए-पीएस का फर्जी पास बना है। फर्जी पीए-पीएस पास पर नाम पूर्व सांसद एवं बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम के आप्त सचिव बबलू आर्या का है और पास का नंबर दिल्ली में रहनेवाले मंत्री के दूसरे आप्त सचिव ज्योति भूषण भारती का है। पीए-पीएस पास का डॉक्यूमेंट भी नहीं मिला। पीए-पीएस पास का नम्बर के आधार पर दोनों के नेटवर्क तक दिल्ली पुलिस पहुंची और अबतक दोनों आप्त सचिव समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम इस मामले की जांच और कार्रवाई कर रही है।
मेरा कोई रिश्तेदार नहीं है : सांसद
सांसद ने कहा कि गिरफ्तार लोगों में कोई भी मेरा रिश्तदार नहीं है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और दिल्ली पुलिस इसकी जांच कर रही है। फर्जीवाड़ा में शामिल जो लोग भी होंगे, उनपर निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।