जज को क्यों याद आए श्री कृष्ण के बोल : रेपिस्ट को सुनाया सजा-ए-मौत का फैसला, पढ़िए पूरी स्टोरी

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jaj ko kyo yaadaaye sri krishna ke bol jaj ko kyo yaadaaye sri krishna ke bol

DESK : हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरक़रार रखते हुए रेप के आरोपी को सजा-ए-मौत का फैसला सुनाया है। जज ने अपने आदेश में कहा है कि किसी का जीवन खत्म करने से झिझक रहे थे तभी उन्हें श्री कृष्ण के बोल याद आ गये और फैसला सुनाने का ताकत मिला।

दरअसल मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने नाबालिक से रेप और फिर हत्या किए जाने के मामले में रेपिस्ट को सजा-ए-मौत का फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि इस मामले में निचली अदालत के द्वारा दी गई फांसी की सजा उचित है, यह दुर्लभ से दुर्लभतम मामला है।

इस मामले में फांसी से कम कोई और सजा हो ही नहीं सकती। आरोपी ने जैसी निर्दयता दिखाते हुए नाबालिक के साथ रेप और फिर हत्या की है, और इस वारदात के बाद नाबालिक के अभिभावक जिस मानसिक वेदना के दौर से गुजरे उसके लिए फांसी से काम सजा मंजूर नहीं।

वहीँ कोर्ट ने यह भी कहा है कि कोर्ट किसी का जीवन खत्म करने से झिझक रही थी फिर उन्हें श्री कृष्ण का अर्जुन को दिया संदेश याद आ गया। फैसला सुनाने में आसानी हुई। कोर्ट ने कहा है कि कोर्ट अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी को लगा की कहीं नाबालिक उसकी पहचान सबको न बता दें इसीलिए उसने नाबालिक की हत्या कर उसके शव को एक सूखे तालाब में फेंक दिया था।


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