छोटी पहाड़ी के पीछे पड़ी प्रशासन : नालंदा में जहरीली शराब से मौत के बाद 200 घरों पर चस्पा नोटिस,जमीन और घर के कागजात मांगने से गुस्से में हैं लोग

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Nalanda:-जहरीली शराब से एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत से सुर्खियों में आई नालंदा के सोहसराय पर अब जिला प्रशासन की नजर टेढी हो गई है.अवैश शराब के निर्माण और कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई के साथ ही अब इस मुहल्ले को ही यहां से हटाने की तैयारी कर रही है क्योंकि इस पहाड़ी पर बने अधिकांश घर अवैध रूप से बने हुए हैं और इसको लेकर प्रशासन ने 200 घरों पर नोटिस चस्पा दिया है.

प्रशासन की इस कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश हैं.यहां की महिलाओं ने सड़क पर उतर कर हंगामा करते हुए जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.स्थानीय महिलाओं ने कहा कि जो शराब कारोबार से जुड़े हैं.उनके खिलाफ कार्रवाई के नाम पर प्रशासन पूरे मुहल्ले के लोगों को परेशान कर रही है.एक महिला ने कहा कि दोषी कोई और है और सजा किसी और को दिया जा रहा है।दोषी कुछ लोग हैं और खामियाजा पूरे मोहल्लेवाशी भुगत रहें है

पुलिस कभी भी उनके घर आकर तलाशी शुरू कर देती है तो सोए अवस्था में भी वह घर में जाकर घुस जा रही है.मोहल्ले की साबो देवी ने बताया कि वह कई वर्षों से इस पहाड़ी पर रह रही है,पर प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने किसी तरह की रोक-टोक नहीं की,पर जब से जहरीली शराब से मौत के मामला सामने आया है तब से पुलिस के लोग रोजाना यहां आ रहें हैं अब उन्हें उनके घर का कागज मांगा जा रहा है जबकि प्रशासन के सभी अधिकारी जानतें हैं कि यहां के लोग किस परिस्थिति में और कब से यहां रह रहें हैं.अगर प्रशासन उन्हें यहां से हटाने की कोशिश करेगी तो उसका पूरजोर विरोध किया जाएगा.

वहीं इस मामले पर सदर एसडीओ कुमार अनुराग ने बताया कि पूरे पहाड़ी क्षेत्र का सर्वे कराना जरूरी है. ऐसे में पता चल पाएगा कि किन के पास मकान जमीन से संबंधित कागजात है और कौन अवैध रूप से रह रहे हैं. भविष्य में इस तरह की कोई बड़ी घटना ना हो इसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा नोटिस देकर कागज की जांच कराई जा रही है।इसके लिए किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है.