पूर्व मगध VC ने किया सरेंडर : हाईकोर्ट में पीआईएल करने वाली ABVP ने एक साथ मनाई होली और दीवाली
Gaya- मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के निगरानी कोर्ट में सरेंडर करने के बाद गया में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने होली और दिवाली एक साथ मनाई क्योंकि इन्हीं छात्रों ने पूर्व कुलपति के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी जिसके बाद पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ जांच की कार्रवाई शुरू की गई थी.
इस संबंध में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री सूरज सिंह ने कहा कि पूर्व कुलपति का कोर्ट में सरेंडर अभाविप की जीत है और मगध विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों कि जीत है।
जब अभाविप भ्रष्टाचारी के खिलाफ लड़ाई लड रही थी तो मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्ट्राचारी कुलपति राजेंद्र प्रसाद और उनके सहयोगी कई शिक्षक और कर्मचारी अभाविप के कार्यकर्ताओ को डरा रहे थे और परेशान कर रहे थे पर अभाविप का एक एक कार्यकर्ताओं ने कहा था कि सत्य परेशान हो सकता है पर पराजित नही हो सकता जो आज साबित हुआ है।इस भ्रष्ट कुलपति के खिलाफ हम लोगो ने लम्बी लडाई लड़ी।
अभाविप द्वारा दायर पीआईएल वापस लेने के लिए धमकी मिली, हम सभी पर हमला भी हुआ पर हम सभी बिना डरें इस भ्रष्टाचारी कुलपति और इनके सहयोगीयों के खिलाफ लम्बा संघर्ष किए जिसका परिणाम आज दिखा है। हमारी लड़ाई यही पर खत्म नही होगी हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा और विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए निरंतर कार्य करते रहेगे। चाहे जान भी क्यों ना चली जाए।
अभाविप आपराधियों और भ्रष्टाचारीयों से नही डरेगा - विश्वविद्यालय को बचाने के लिए लडाई लडेगा। अभी भी मगध विश्वविद्यालय कैंपस और काॅलेजों में काफी भष्ट्राचार है इसे खत्म करने के लिए भी हम सभी लडाई लडने के लिए कमर कस लिए है और भष्ट्राचारीयों को जेल भेजेगें। यह लडाई में अपनी अहम भूमिका निभाने के लिए अभाविप एसवीयू के पूरे टीम को धन्यवाद देता है।
जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के आत्मसमर्पण विद्यार्थी परिषद की जीत है इन्होंने शिक्षा के मंदिर को कलंकित किया था और भ्रष्ट आचरण से विश्वविद्यालय का विकास और लाखों छात्र-छात्राएं का सत्र अनियमित हुआ जिससे अनगिनत युवा अच्छे संस्थान में नामांकन लेने और रोजगार से वंचित हुए और प्रभावित हुए. अब एसवीयू पूर्व वीसी को रिमांड पर ले और सख्त कार्रवाई करे.
अभाविप के गया महानगर मंत्री मैक्स अवस्थी ने कहां कि अंततः सत्य की जीत हुई , अभाविप ने छात्र हित एवं विश्वविद्यालय हित में जो कदम उठाया था उसका परिणाम अखिर आ हीं गया। ऐसे भ्रष्टाचारी कुलपति को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अगर उन्हें अपने आत्मसम्मान की इतनी हीं चिंता होती तो वह पहले ही आत्मसमर्पण कर सकते थे जब निगरानी विभाग की टीम लगातार उनके आवास पर छापामारी कर रही थी लेकिन जब अपने आप को उन्होंने सभी ओर से घिरता देखा तो मजबूरी में उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा। यह क्षण मगध के सभी छात्र-छात्राओं के लिए खुशी का क्षण हैं।
वही अभाविप कार्यालय पर अभाविप के कार्यकर्ताओ ने खुशी मनाई. इस मौके पर अभाविप के प्रदेश सह-मंत्री सूरज सिंह,राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य पशुपति जी, जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार,नगर मंत्री मैक्स अवस्थी,गया कॉलेज अध्यक्ष विनायक कुमार,जिला खेलकूद प्रमुख आरभ कुमार,राष्ट्रीय कलामंच प्रमुख रोहम कुमार,कार्यकारणी सदस्य सौरभ सिंह आदि मौजूद थे।