गुवा थाना के ASI पर लगा गंभीर आरोप : पीड़ित महिला की शिकायत पर निलंबन के साथ विभागीय कार्यवाही शुरु
चाईबासा : गुवा थाना में पदस्थापित एएसआई के कुकृत्य की वजह से पुलिस को शर्मसार होना पड़ रहा है. वहीं पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के नेतृत्व में जिला पुलिस तमाम क्षेत्रों में बेहतर कार्य करते हुए निरंतर सफलतायें प्राप्त कर जनता का विश्वास जीतने का कार्य कर रही है. दरअसल गुवा थाना के एएसआई अजय सिंह के खिलाफ गुवा की विवाहित महिला ने उसे घर से जबरन उठाकर सुनसान जगह पर बलात्कार करने का असफल प्रयास करने का गंभीर आरोप लगाई है. पीड़ित महिला के इस आरोप से पूरे पुलिस महकमा, महिला समिति व आम लोगों में खलबली व उबाल मच गई है. सभी इस घटना की घोर निंदा कर रहे हैं. दोषी एएसआई के खिलाफ निलम्बन और विभागीय कार्यवाही पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शुरु होने से लोगों ने पुलिस के प्रति विश्वास जताया है.
* एसआई अजय सिंह की कुकृतियों की कहानी,पीड़ित महिला की जुबानी:-
पीड़ित महिला सेल की गुवा खदान में कार्यरत ठेका श्रमिक की पत्नी है. उसने घटना की आपबीती सुनाते हुए कहा कि घटना बीते 30 दिसम्बर की रात लगभग 10- 10.30 बजे के बीच की है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला के पति रात्रि पाली की ड्यूटी हेतु घर से चले गये थे. वह घर पर अकेली थी. तभी एएसआई अजय सिंह अकेले मोटरसाइकिल से महिला के घर पर आकर बोले कि तुम्हारा पति तुम्हारी हत्या करने हेतु गंभीर साजिश रचा हुआ है. तुम्हारी जान को खतरा है. इसलिइ हमको तुम्हारी सुरक्षा हेतु भेजा गया है. हमको घर के अंदर आने दो. इसके बाद महिला ने एएसआई अजय सिंह को घर के अंदर आने का मना किया एवं कहा कि कल दिन में आइयेगा एवं पति के सामने ही जो बातें करनी है कीजिएगा. वह मान हीं नहीं रहा था. फिर वह कहा कि हम आपको आपके पति से बचायेंगे. आप बाहर निकलिए. हम बाहर नहीं निकल रहे थे. लेकिन वह बोला की बहुत बडी़ योजना है,आप समझ नहीं रही हो,आपकी जान को बडा़ खतरा है. ऐसा डराकर वह हमको अपना विश्वास में ले लिया. हम भी एक पुलिस पदाधिकारी को देख उस पर विश्वास कर लिए. पीड़िता ने रो-रो कर इज्जत-आबरू नहीं लूटने की गुहार लगाती रही. उसके बाद हम घर से बाहर निकले,जिसके बाद रात लगभग 10.30 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर गुवा एरोड्राम के अंतिम छोर पर एकांत व सन्नाटे वाली स्थान पर ले गया. उस क्षेत्र में कोई था नहीं और डर से मेरा हालत खराब हो रहा था. हम अजय सिंह की गलत मंशा को भांप रहे थे तथा शादी-शुदा महिला होने का हवाला देकर उससे अपने घर छोड़ने की लगातार विनती करते रहे. लेकिन अजय सिंह पर दरिंदगी व बहसीपन का भूत सवार था. वह हमारे साथ अश्लील बातें करते हुए जबरदस्ती करने लगा.
पीड़िता ने अपनी सूझबूझ से ऐसे बचाई जान व इज्जत:-
हम उस रात अपनी मौत को सामने देख रहे थे. क्योंकि वहाँ आवाज देने पर भी बचाने वाला कोई नहीं था. अगर हम उसे गलत करने का विरोध करते तो वह हमारी हत्या कर सकता था. ऐसे में हमने दिमाग से काम लिया. हमने अजय सिंह को कहा कि ठीक है आप जैसा चाहेंगे,कहेंगे वैसा हीं मैं करुंगी. लेकिन यहाँ काफी ठंडा है,यहाँ से आवास में चलते हैं. इस पर वह तैयार हो गया. इसके बाद वह हमको अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर आवासीय क्षेत्र में लाया. आवासीय क्षेत्र में पहुंचकर हम उसकी मोटरसाइकिल से उतर गये. उसके बाद हमने अजय सिंह को कहा कि यहां से भागो नहीं तो हम शोर मचाने लगेंगे. इसके बाद वह डर से भाग गया.
* एएसआई अजय सिंह पीड़िता व उसके पति साथ दोहरा गेम खेल रहा था:-
एएसआई अजय सिंह पीड़िता व उसके पति के साथ अलग-अलग मिलकर दोहरा गेम खेल रहा था. इसकी जानकारी दोनों को नहीं थी. पीड़िता ने बताया कि हम अजय सिंह की कृत्यों से काफी डरे हुए थे. समाज में बदनामी के डर से घटना की जानकारी किसी को नहीं बताये. 2 जनवरी को अजय सिंह ने मेरे पति को फोन कर 20 हजार रुपये की मांग की. मेरे पति हमसे पूछे की क्या तुम थाना में मेरे खिलाफ कोई शिकायत की हो ! हमने कहा कि हम दोनों के बीच कोई झगड़ा,मारपीट आदि कुछ नहीं हुआ है तो फिर हम क्यों शिकायत करेंगे. इस पर पति ने बताया कि अजय सिंह हमसे 20 हजार रुपये मांग रहा है. इसके बाद हम अपने पति को स्वयं के साथ अजय सिंह द्वारा की गई कृत्य की जानकारी दिया. इसके बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे अजय सिंह मेरे पति को फोन कर कहा कि हम मजाक में 20 हजार रूपये मांग रहे थे.
जिला परिषद व महिलाओं ने पीड़िता की आपबीती सुनी:-
जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी ने कहा कि गुवा कि पीड़िता के साथ एएसआई अजय सिंह ने जो कृत्य किया है वह क्षमा योग्य नहीं है. ऐसे पुलिस पदाधिकारी को अविलम्ब निलम्बित व बर्खास्त नहीं किया जाता है तो हम महिलाएं सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे. देवकी ने कहा कि जिस पुलिस पदाधिकारी के उपर महिलाओं व समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी है,अगर वहीं ऐसा करने लगे तो लोग किस पर भरोसा करेंगे. उन्होंने कहा कि अजय सिंह के खिलाफ पहले भी थाना में शिकायत किया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. वह आम जनता से हमेशा गलत व्यवहार,गाली-गल्लौज करते रहता था,दुकानदारों से पैसा उगाही व अन्य तरीके से भयादोहन करता था. यह घटना काफी शर्मनाक है. वह जिस महिला के इज्जत पर हाथ डाला,उसी महिला के पति से बाद में 20 हजार रूपये मांग रहा है. यह अपराध की सारी प्रकाष्ठा को पार करने वाली बात है. जिला पुलिस ऐसे पुलिस पदाधिकारियों को चिह्नित कर पब्लिक सम्पर्क वाले क्षेत्रों व थाना से दूर रखने का कार्य करे.
* पुलिस अधीक्षक ने बीना देर किये दोषी एसआई के खिलाफ कडी़ कार्यवाही प्रारम्भ की:-
घटना की सूचना गुवा थाना पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक,एसडीपीओ,इन्स्पेक्टर को आज दिये जाने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एएसआई अजय सिंह के खिलाफ निलम्बन और अन्य विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ कर दिया गया है. साथ हीं मामले की जांच भी उच्च पुलिस पदाधिकारियों ने प्रारम्भ कर दी है. पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि पीड़िता अगर घटना वाली रात हीं अपने घर से इस बात की जानकारी दी होती तो ऐसी घटना नहीं घटती एवं उसी वक्त ऐसे पदाधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की गई होती.
चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट---