गढ़वा में एक बार फिर बड़ा घोटाला : रेलवे टिकट की राशि नहीं जमा हुई खाते में, पैसे जमा करने वाली एजेंसी के खिलाफ FIR दर्ज
गढ़वा : जिले में एक बार फिर बड़ा घोटाला सामने आया है. यह रेलवे टिकट से संबंधित घोटाला है. दरअसल नगर उंटारी रेलवे स्टेशन से कटे टिकट की राशि बेच कर एजेंसी ने रेलवे के बैंक खाते में जमा नहीं किया. जब मामले का खुलासा हुआ तो रेलवे बोर्ड के निर्देश पर स्टेशन प्रबंधक ने नगर उंटारी थाना में मंगलवार देर रात प्राथमिकी दर्ज कराई है.
अब तक 2 करोड़ रुपये के घोटाले का पता चला है. यह सिर्फ एक रेलवे स्टेशन की राशि है. घोटाले की राशि अधिक होने की आशंका है. सूत्रों की मानें तो बरवाडीह से लेकर गढ़वा स्टेशन तक एजेंसी का काम है. बड़े स्तर पर रेलवे ने जाँच शुरु कर दी है. एसपी दीपक पाण्डेय ने प्राथमिकी होने की पुष्टि की है. मंगलवार देर रात प्राथमिकी दर्ज हुई है.
बताया जा रहा है कि नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन में टिकट बिक्री के 2 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये का घोटाला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. यह घोटाला वर्ष 2023 में हुआ है. टिकट राशि की घोटाला करने का आरोप एसबीआई द्वारा स्टेशन से बैंक तक पैसे लेकर जमा करने के लिए अधिकृत एजेंसी राईटर सेफ गार्ड लिमिटेड (डब्ल्यूएसजी) के बाईकरों (कर्मियों) पर लगा है. उक्त कंपनी के दो कर्मी अजय कुमार गुप्ता और प्रेमचंद्र प्रजापति पर राशि के कथित घोटाले का आरोप है.
इसका खुलासा रेलवे के बैंक खाते के स्टेटमेंट की जांच पड़ताल के बाद हुआ है. रेलवे के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक संतोष कुमार ने नगर ऊंटारी थाना में आवेदन देकर बाईकर अजय कुमार और प्रेमचंद कुमार के विरुद्ध राशि गबन करने का मामला दर्ज कराया है. दोनों भवनाथपुर थाना क्षेत्र के कोनमंडरा गांव के रहने वाले हैं. फिलहाल दोनों कर्मी फरार चल रहे हैं.
गौरतलब है कि रेलवे स्टेशन आय की रकम को स्टेशन से लेकर बैंक में जमा करने के लिए रेलवे और एसबीआई के बीच 31 अक्टूबर 2020 को एग्रीमेंट किया गया था. उसके बाद से एग्रीमेंट के तहत बैंक के द्वारा अधिकृत एजेंसी डब्ल्यूएसजी के बाईकर के द्वारा ही स्टेशन से टिकट बिक्री के पैसे को ले जाकर बैंक में रेलवे के खाता संख्या 32595570076 में जमा करना था. उसके बाद बैंक से प्राप्त रसीद को स्टेशन में जमा करना था. उसी प्रक्रिया के तहत एजेंसी के द्वारा नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन के वर्ष 2023 में हुए टिकट बिक्री की राशि लगभग 2 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये एजेंसी के बाईकर अजय कुमार और प्रेमचंद्र ने बैंक में जमा नहीं किया. उसके बदले बैंक में राशि जमा करने का फर्जी प्राप्ति रसीद स्टेशन प्रबंधक को लाकर जमा करते रहे. यह क्रम एक वर्ष तक चलता रहा. किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. बाईकर हर दस-पंद्रह दिन पर बैंक में राशि जमा करने के नाम पर मोटी राशि का गबन करते गये. उसके एवज में फर्जी रसीद स्टेशन प्रबंधक के यहां जमा करते गये. इसका खुलासा तब हुआ जब धनबाद रेल मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों में लगातार राजस्व की कमी होने पर रेल विभाग हरकत में आ गया. रेलवे के उच्च अधिकारियों ने इसकी जांच पड़ताल शुरू की. अधिकारियों ने सभी स्टेशन को अपने स्टेशन से बाईकर द्वारा भेजे गये रकम और एसबीआई में रेलवे के खाते में जमा किये गये रकम की जांच करने का आदेश दिया. जांच के क्रम में नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन प्रबंधक के द्वारा जब बैंक से स्टेटमेंट और बाईकर द्वारा जमा की गई प्राप्ति रसीद की जांच की तो पता चला कि बाईकर ने बैंक में राशि जमा ही नहीं किया है. साथ ही फर्जी तरीके से प्राप्ति रसीद को स्टेशन में जमा किया है. जांच के क्रम में स्टेशन प्रबंधक ने पाया कि 1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक लगभग 2 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये आरोपी बाईकर अजय कुमार और प्रेमचंद्र ने स्टेशन से बैंक में जमा करने के लिये पैसा लिया. लेकिन बैंक में रेलवे के खाता नंबर 32595570076 में जमा ही नहीं किया. बैंक के द्वारा दिये गये स्टेटमेंट में भी इसकी पुष्टि हुई है. स्टेशन प्रबंधक के द्वारा इसकी सूचना तत्काल रेलवे के वरीय अधिकारियों को दी. उसके आलोक में सीटीआई मनुराम के निर्देश पर स्टेशन प्रबंधक ने नगर ऊंटारी थाने में आवेदन देकर बाईकर अजय कुमार और प्रेमचंद्र प्रजापति के विरुद्ध सरकारी राशि का गबन करने का मामला दर्ज कराया है.
इस संबंध में जिले के एसपी ने बताया कि स्टेशन प्रबंधक के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि मामले में स्टेशन में कार्यरत रेल कर्मियों से पूछताछ की गई है. जल्द ही नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.