POLICE जांच पर सवाल ! : नवादा में जेल जाने के भय से एक शिक्षक ने उठाया आत्मघाती कदम..
NAWADA:-खबर नवादा से है,जहां जेल जाने के भय से एक शिक्षक ने खुदकुशी कर ली..यह मामला जिले के नरहट थाना क्षेत्र के खनवां गांव का है.
बताया जाता है. जहां 'खाकी' यानी पुलिसवालों की डर से एक युवा शिक्षक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.पूरा मामले की बात करें तो बीते जून माह में जिले के नरहट थाना क्षेत्र के खनवां गांव के पप्पू कुमार की पीट पीट कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मृतक पप्पू सिंह के पत्नी द्वारा अपने ही ससुर कृष्णा सिंह,छोटे सिंह,सुमन कुमार और राहुल कुमार को जिम्मेदार बताकर स्थानीय थाने में केस दर्ज करवाया गया था.वहीं इस इस घटना के बाद पुलिस ने इस कांड में शामिल 3 आरोपी कृष्णा सिंह ,छोटे सिंह और सुमन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था,जबकि शिक्षक राहुल कुमार की गिरफ्तारी के लिए लगातर रेड कर रही थी.
इसके साथ ही पुलिस ने फरार चल रहे शिक्षक राहुल कुमार के घर इस्तेहार चिपका कर न्यायलय या थाना में खुद को आत्म समर्पण के लिए अल्टीमेटम भी दिया था वहीं हत्या के अभियुक्त राहुल के घर पर कुर्की के इस्तेहार के बाद भी राहुल ने न तो न्यायलय या थाना में खुद को आत्म समर्पण नहीं किया और फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.उसने यह फांसी भागलपुर में लगाई है.
जब राहुल का शव भागलपुर से खनवां गांव में लाया गया तो चारों ओर मातम पसरा था और हर जुबान पर एक ही सवाल था कि राहुल का पप्पू की हत्याकांड में किसी तरह की भूमिका नहीं थी और पुलिस ने बिना जांच पड़ताल के ही राहुल को आरोपी बना दिया.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि बार-बार गुहार के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.किसी वरिष्ठ अधिकारी ने जांच नहीं की. दूसरी ओर थाना स्तर से आरोपी बनाए गए राहुल की गिरफ्तारी के लिए दबिश बढ़ती ही गई. पुलिस के डर से राहुल फरार ही रहे.पप्पू की पत्नी और पुलिस की वजह से ही बेकसूर राहुल ने ये बड़ा कदम उठाया है.
बतातें चलें कि नवादा जिले के सिरदल्ला प्रखंड में लौंद हाई स्कूल में शिक्षक थे और पप्पू हत्याकांड के बाद से फरार चल रहें थे.