बेगूसराय में फर्जी महिला शिक्षक अरेस्ट : DEO ने जांच के दौरान दबोचा, थंब इम्प्रेशन ने खोली टीचर की पोल
बेगूसराय : बिहार में बड़े पैमाने पर BPSC के द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। शिक्षा विभाग को शक है कि इनमें कुछ फर्जी शिक्षक भी शामिल हैं। इनके कागजातों के साथ-साथ थंब इम्प्रेशन का वेरिफिकेशन इन दिनों चलाया जा रहा है। इसके तहत कई फर्जी टीचर भी पकड़े जा रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला बेगूसराय से सामने आया है जहां एक फर्जी शिक्षिका को आधार वेरीफिकेशन के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से गिरफ्तार किया गया है। बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा टीआरई-1 में उत्तीर्ण होने के बाद विद्यालय में फर्जी तरीके से बहाल एक शिक्षिका को आज जांच के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से पकड़ लिया गया है। गिरफ्तार फर्जी शिक्षिका नुमा कुमारी मुंगेर जिले के बरियारपुर की रहने वाली है।
गिरफ्तार फर्जी शिक्षिका भगवानपुर प्रखंड के रघुनंदनपुर प्राथमिक विद्यालय में योगदान कर पढ़ा रही थी। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में चल रहे आधार वेरिफिकेशन के दौरान फोटो नहीं मिलने और आधार वेरीफिकेशन मैच नहीं होने पर संदेह के आधार पर पकड़ा गया। फिंगरप्रिंट का मिलन नहीं होने पर डीएम को इसकी सूचना दी गई जिसके बाद डीएम के आदेश पर उसे हिरासत में ले लिया गया है। शिक्षा कार्यालय में प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट फरमान दानिश ने बताया कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के आदेश पर बीपीएससी द्वारा प्रथम चरण में नियुक्त शिक्षकों का वेरिफिकेशन चल रहा था। इसी दौरान नुमा कुमारी का फोटो एवं बायोमेट्रिक मिलान नहीं हो सका।
वहीं डीएम के आदेश पर नुमा कुमारी को गिरफ्तार कर नगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया तथा आगे की कार्रवाई चल रही है। विद्यालय की प्रधान ने बताया कि वह विद्यालय में योगदान करने के बाद पढ़ रही थी आज उसका वेरिफिकेशन हो रहा था वेरिफिकेशन के दौरान उसका कोई मैच नहीं हुआ जिसके बाद उसे नगर थाना पुलिस के हवाले किया गया है।