बिहार और झारखंड की संयुक्त टीम की कार्रवाई : पहले भी दर्जनों बार भगहर में हुई है छापेमारी, हजारों लीटर शराब नष्ट

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Even before, raids have been conducted in Bhaghar dozens of times, thousands of liters of liquor destroyed. Even before, raids have been conducted in Bhaghar dozens of times, thousands of liters of liquor destroyed.

हजारीबाग:- झारखंड बिहार की सीमा पर बसे हजारीबाग जिले के सबसे सुदूर और दुर्गण स्थल भगगर बीते कई सालों से अवैध शराब का बड़ा केंद्र बना हुआ है। बिहार में शराबबंदी के बाद इस पंचायत के गांव से प्रतिदिन 2 लाख लीटर से अधिक के शराब बड़ी आसानी से बिहार बेचे जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा बीते साल से लगातार हो रही कार्रवाई होने के बावजूद भी इसके निर्माण पर कोई असर नहीं पडा है।


इसी क्रम में बृहस्पतिवार को हजारीबाग पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे के निर्देश पर एक छापामारी दल बनाकर भगहर, भंडार, परसातरी आदि गांव में छापेमारी की गई। छापेमारी में लगभग 35 भट्ठियों को नष्ट किया गया। जहां से डेढ़ लाख किलो से अधिक जावा और हजारों लीटर शराब नष्ट किए गए, 700 से अधिक प्लास्टिक के ड्रम बरामद किए गए और बड़ी मात्रा में वन से कटे हुए लकड़ियों को भी बरामद किया गया।

छापेमारी एसपी मनोज रतन चौथे के निर्देश पर पुलिस, उत्पाद विभाग तथा वन विभाग के साथ ही बिहार के उत्पाद विभाग संयुक्त रूप से किए थे। पूरे छापेमारी में बिहार से आई टीम ने ड्रोन से रिकॉर्डिंग की और ड्रोन की निगहबानी पर जंगल में छुपा कर बनाए गए कई केंद्रों का खोजा किए। छापेमारी दल ने पाया कि हजारों हजार लीटर शराब को जमीन के नीचे बिल्कुल व्यवस्थित ढंग से छुपा कर रखा गया है। उसे बाहर से ढलाई से बने हुए सीमेंटेड ढक्कन तथा पेड़ों के हरे डालियों से छिपा दिया जाता था।

हालांकि पुलिस की कार्रवाई में एक भी व्यक्ति की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। पुलिस ने दावा किया है कि भगहर में पिकेट बनाया जाएगा जिससे अवैध शराब पर रोक लग सकेगी। पुलिस ने बताया की इस अवैध कार्य में जुटे लोगों की पहचान की जा रही है। सभी की सत्यापन कर मामला दर्ज किया जाएगा। सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा दर्जनों बार भगहर में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की गई है लेकिन आज तक एक भी व्यक्ति अवैध शराब को लेकर जेल के पीछे नहीं जा सका है।