ये क्या हो रहा है ? : सत्ताधारी JDU विधायक की धमकी के बाद गायब हुए डॉक्टर साहब,परेशान स्वास्थ्य विभाग..
BEGUSARAI:- सत्ताधारी JDU विधायक द्वारा कथित रूप से धमकी दिए जाने के बाद बेगूसराय सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टर चंदन कुमार करीब 2 महीने से ज्यादा समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं और उन्होंने सिविल सर्जन को खुद को मानसिक रूप से बीमार होने की सूचना भेजी है.सिविल सर्जन ने उनके मानसिक स्थिति की जांच के लिए डॉक्टरों की टीम बनाई है, पर संबंधित डॉक्टर इस जांच के लिए उपस्थित नहीं हो रहे हैं.इस वजह से डॉक्टर चंदन के परिवार वालों के साथी ही स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई है.डॉ चंदन द्वारा के गए पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस विभाग की नहीं दा जा पा रही है जिसकी वजह से कई स्तर पर परेशानी होने रही है.सिविल सर्जन ने इसकी सूचना मुख्यालय को भेज कर सुझाव मांगे हैं.
बताते चलें के बेगूसराय में सत्ताधारी दल जदयू के मटिहानी क्षेत्र के विधायक राजू सिंह ने सदर अस्पताल के डॉक्टर चंदन को मानसिक रूप से बीमार बताते हुए पिटाई कर ठीक करने धमकी दी थी.विधायक और डॉक्टर के बीच तनातनी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.यह मामला 28 नवंबर 2023 का है.उस घटना के बाद से ही डॉक्टर चंदन बिना किसी अधिकारिक छुट्टी के ही गायब है और इस बीच सिविल सर्जन को मानसिक रूप से बीमार होने का आवेदन भेज दिया है। इस पत्र में लिखा गया है कि उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। इसलिए वे डयूटी ज्वाइन करने में असमर्थ हैं।
आवेदन के बाद सिविल सर्जन ने डॉक्टर चंदन की मानसिक स्थिति की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का भी गठन किया और उसकी सूचना डॉक्टर चंदन को भी दी पर डॉक्टर सदर अस्पताल नहीं आये और ना ही इसके बारे में किसी को कोई जानकारी दी. इस संबंध में सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी है कि डाक्टर चंदन लगातार ड्यूटी से अनुपस्थित है। इस बीच बिना सही माध्यम की एक पत्र भेज दिया कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसको लेकर उनकी हालत की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का भी गठन कर दिया गया लेकिन मेडिकल बोर्ड के गठन के बाद भी डा चंदन कुमार सदर अस्पताल में मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं।इतना ही नहीं डॉ चंदन ने सिविल सर्जन को लिखित रूप से या अन्य स्त्रोत से भी मेडिकल बोर्ड के समक्ष नहीं आने का कोई कारण ही बताया है। सिविल सर्जन ने कहा कि डॉ चंदन द्वारा किए गए शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पेंडिग है। इस वजह से उनका सदर अस्पताल में आकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को तैयार करना जरूरी है। बिना वैध कारण के वे डियूटी से गायब हैं। सीएस ने बताया कि इस सम्बंध में डॉ चंदन से पत्राचार किया गया है और इसकी सूचना राज्य मुख्यालय को भी दी गई है।
वहीं विधायक के द्वारा धमकी दिए जाने से डर कर अस्पताल नहीं आने के सवाल पर सिविल सर्जन विधायक का बचाव करते जनर आए और कहा कि वैसी कोई बात नहीं है. विधायक जी कोई असमाजिक लोग नहीं हैं .वे सम्मानित हैं उनका सम्मान करना डाक्टर का काम था।
दरअसल विधायक राजकुमार और चंदन के बीच हुई बहस सोशल मीडिया पर खुब वायरल हुई थी जिसमें विधायक राजकुमार सिंह बम विस्फोट में जख्मी हुए बच्चों को देखने सदर अस्पताल गए। तब उनकी बहस डा चंदन से हो गई थी। विधायक राजकुमार ने डॉ चंदन कुमार को मानसिक रूप से बीमार बताकर पिटाई कर ठीक करने की बात कही थी जिसके बाद विधायक पर डाक्टर ने नगर थाना में मुकदमा भी दर्ज कराया था उस आवेदन पर पुलिस ने की कार्रवाई नहीं की फिर चौतरफा दबाव के बाद डॉक्टर और विधायक के बीच मौखिक रूप से समझौता भी हो गया था,पर डॉक्टर चंदन ने अस्पताल आना छोड़ दिया है और खुद के मानसिक रूप से बीमार होने की बात कही है.