अन्नदाता से ठगी : लोहरदगा में धान अधिप्राप्ति के भुगतान के नाम पर साइबर फ्रॉड
झारखण्ड का जामताड़ा और देवघर का इलाका साइबर अपराध के लिए हमेशा सुर्ख़ियों में रहता है.लेकिन इन दिनों लोहरदगा में साइबर अपराध का मामला सामने आया है हालाकिं पुलिस लगातार इन साइबर फ्रॉड मामले का खुलासा करती रहती है, हाल ही के दिनों में कइयों की गिरफ्तारी भी हुई है लेकिन ये साइबर अपराधी बाज नहीं आ रहे और हमेशा नए तरीके अपनाते है। दरअसल लोरलोहरदगा में साइबर अप्राधिययों ने भोले भाले किसान को अपना निशाना बनाया है.
ये साइबर अपराधी किसानो को9002214675नंबर से फ़ोन कर कहते है कि धान अधिप्राप्ति का भुगतान किया जाएगा भगुतान के नाम पर ठग किसानों से सभी जानकारी ले लेते है और किसानो के खाते से पैसे उड़ा लेते है.इस बाबत उपायुक्त दिलीप टोप्पो ने सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों/ प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों/ प्रखंड कृषि पदाधिकारियों/ लैम्प्स के अध्यक्ष/धान अधिप्राप्ति केंद्रों के सचिव को आगाह किया है.
इस मामले पर किसान राजेश साहू बताते है कि उन्हें भी फ़ोन आया था और बोला गया कि डीएसओ ऑफिस से बोल रहे हैं..लेकिन जब हमे शक हुआ तो हमने फोन कट कर दिया।
धान अधिप्राप्ति को लेकर किसान इतने सजग रहते है की कई बार वो समझ नहीं पाते की उन्हें फ़ोन कहां से आया है और वो ठगी के शिकार बन जाते है. ऐसे में ज़रुरत इस बात की है कि स्थानीय प्रशासन इसको लेकर जागरूकता अभियान चलाये ताकि भोले भले किसान ठगी से बच जाए।