सीएम के 'गुस्से' की पूरी कहानी : सीएम-स्पीकर के बीच नोंक-झोंक का क्या है लखीसराय कनेक्शन? जानिए INSIDE STORY

Edited By:  |
Reported By:
cm-speaker-clash-lakhisarai-connection-inside-story cm-speaker-clash-lakhisarai-connection-inside-story

सोमवार को बिहार विधानसभा में जो हुआ, शायद इसकी कल्पना ना सत्ता पक्ष ने, ना विपक्ष ने और ना ही राज्य की जनता ने की होगी। संसदीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब सीएम और विधानसभा अध्यक्ष के बीच सीधी नोंक-झोंक हुई और जमकर हुई। एक नहीं दो नहीं चार-चार बार विधानसभा अध्यक्ष ने सीएम को टोका और सीएम लगातार गुस्से में बोलते रहे। वहीं सीएम के गुस्से पर विधानसभा अध्यक्ष ने भी जवाब दिया और आसन को हतोत्साहित नहीं करने की अपील कर दी।

सीएम और स्पीकर के बीच नोंकझोंक

लेकिन सवाल है कि आखिर सीएम के गुस्से के पीछे की वजह क्या है? आखिर क्यों सीएम और स्पीकर के बीच इतनी तीखी नोंक झोंक की नौबत आ गई। दरअसल इसकी शुरुआत हुई बीजेपी विधायक संजय सरावगी के एक सवाल से। संजय सरावगी ने स्पीकर विजय सिन्हा के विधानसभा क्षेत्र लखीसराय में बढ़ते अपराध और हत्या की बढ़ती घटनाओं को लेकर सवाल किया था। इसी सवाल जवाब के दौरान ही संजय सरावगी ने फरवरी महीने में सरस्वती पूजा के दौरान हुए डांस कार्यक्रम में हुई पुलिसिया कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठा दिया। संजय सरावगी के सवालों का जवाब गृह विभाग के प्रभारी मंत्री विजेंद्र यादव दे रहे थे। लेकिन बार-बार संजय सरावगी सरस्वती पूजा की घटना को लेकर पुलिसिया कार्रवाई का सवाल उठा रहे थे। इसी दौरान एक और बीजेपी विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने भी इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई को लेकर सवाल उठाते हुए, जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्न को स्थगित कर दो दिन बाद रिपोर्ट देने को कहा। इसे लेकर प्रभारी मंत्री विजेंद्र यादव ने आपत्ति भी जताई। प्रभारी मंत्री की आपत्ति के बावजूद प्रश्न स्थगित करने का फैसला लिया गया और सदन की कार्यवाही आगे बढ़ने लगी और दूसरे सवाल लिए जाने लगे। लेकिन ये सब कुछ अपने चैंबर में सीएम नीतीश कुमार देख और सुन रहे थे और इसी दौरान वो सदन में आए और तुरंत मामले की जानकारी ली। और फिर सीएम खड़े हुए और उसके बाद गुस्से से तमतमाते हुए अंदाज में स्पीकर के फैसले पर सवाल उठाते हुए बिफर पड़े। इस दौरान स्पीकर ने सीएम को बीच में रोकने की कोशिश की। एक नहीं दो नहीं चार बार रोकने की कोशिश की, लेकिन सीएम लगातार गुस्से में बोलते रहे।

...जब सदन में गुस्से से तमतमा गए

इस नोंकझोंक के बाद जब सीएम बैठ गए तो कुछ देर के लिए तो सदन की कार्यवाही फिर चलने लगी लेकिन कुछ देर बाद सीएम ने फिर जवाब दिया, जिस पर स्पीकर ने भी सीएम को जवाब दिया। इस दौरान भी सीएम के चेहरे पर गुस्से के भाव थे। स्पीकर ने सीएम के ही आश्वासन की याद दिलाते हुए लखीसराय मामले में कार्रवाई ना होने पर सवाल पूछे और दारोगा-डीएसपी के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं हो पाने को खुद की लाचारी जताई। स्पीकर के जवाब दिए जाने के दौरान सीएम के चेहरे पर गुस्से के भाव बने रहे और इशारों में स्पीकर की बातों से वो असहमति जताते रहे। इस दौरान पूरा सदन चुपचाप आश्चर्य चकित होकर सीएम और स्पीकर की नोंकझोंक को देखता रहा क्योंकि इस तरह का नज़ारा पहली बार देखने को मिल रहा था।

स्पीकर ने भी सीएम नीतीश को दिए जवाब

दरअसल सदन में सीएम का गुस्सा और स्पीकर के साथ नोंकझोंक के पीछे वजह है लखीसराय के दो अलग-अलग पंचायत में 5 फरवरी को सरस्वती पूजा के मौके पर लगे ठुमके। लखीसराय के दो अलग-अलग पंचायत में ये ठुमके तो 5 फरवरी को सरस्वती पूजा के मौके पर ही लगे थे। पूरा मामला समझिए। लेकिन इन ठुमकों पर बिहार की सियासत अब जाकर नाच रही है।

5 फरवरी को सरस्वती पूजा के दौरान लखीसराय में बार बालाओं के डांस हुए थे

दरअसल जब ये ठुमके लग रहे थे, तब बिहार में कोरोना को लेकर नाइट कर्फ्यू और इस तरह के आयोजन पर पाबंदी थी। लेकिन नियम कानून को ताक पर रखकर रात भर ये ठुमके चलते रहे। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जिसमें से एक बीजेपी का कार्यकर्ता है। बस इसी बात को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और लखीसराय से विधायक विजय सिन्हा भड़क गए और फिर थाना प्रभारी को बुलाकर जमकर क्लास लगाई। विजय सिन्हा यहीं नहीं रुके, उन्होने सीधे पुलिस पर राजनीति से प्रेरित होकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया और उनसे जुड़े होने के कारण गिरफ्तार करने को लेकर फटकार लगाई। आरोप है कि डीएसपी और थाना प्रभारी ने स्पीकर के साथ अभद्रता की थी। जिसके बाद स्पीकर ने मुख्य सचिव- डीजीपी को दोनों को सस्पेंड करने के लिए कहा था। सदन में भी लखीसराय मामले को लेकर विशेषाधिकार हनन का मामला लाया गया था, जिसके बाद लखीसराय मामले की जांच विशेषाधिकार समिति कर रही है। लखीसराय मामले को लेकर सदन में तीन बार हंगामा भी हुआ। सरकार की ओर से जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया गया। अब तक लखीसराय मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कार्रवाई नहीं होने को लेकर बार-बार सदन में सवाल उठ रहे हैं। बार-बार सदन में सवाल उठने पर ही सीएम बिफर पड़े और स्पीकर के साथ नोंकझोंक हो गई। हालांकि इस नोंकझोंक को लेकर अलग-अलग चर्चा सियासी गलियारे में चल रही है।


Copy