CCL CMD ने किया ढोरी एरिया का दौरा : कहा, सीसीएल चालू वित्तीय वर्ष में 100 MT से ज्यादा करेगा कोयला उत्पादन
बेरमो :सीसीएल सीएमडी नीलेंदु कुमार सिंह ने सीसीएल ढोरी एरिया के अमलो एवं कल्याणी परियोजना का निरीक्षण किया. सीएमडी नीलेंदु कुमार सिंह ने परियोजना के व्यू पॉइंट से डिपार्टमेंट एवं आउटसोर्सिंग पैच का निरीक्षण किया.
सीएमडी ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष2024-25में सीसीएल की ओर से100मिलियन टन कोयला का उत्पादन कराना लक्ष्य है. सीसीएल की सभी14एरिया बेहतर कोयला उत्पादन करते हुए100मिलियन लक्ष्य को प्राप्त करेगी. सीसीएल आम्रपाली एरिया के चंद्रगुप्त व मगध एरिया के संघमित्रा परियोजना बंद है. फिलहाल इस वर्ष चंद्रगुप्त परियोजना को चालू करने की दिशा में योजना बनायी जा रही है. वहीं हजारीबाग के कोतरे बसंतपुर परियोजना कोकिंग कोल परियोजना के रूप में चालू करने की योजना है. इस परियोजना की क्षमता प्रतिवर्ष पांच मिलियन टन (एमटी) होगा.
सीसीएल ढोरी एरिया के बंद पिछरी एवं सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के डीआरएंडआरडी परियोजना जल्द अपने अस्तिव में आयेगा. सीसीएल ढोरी में हाईवाल माइनिंग नवंबर माह से चालू होने की संभवना है. हाईवाल माइनिंग शानदार टेक्नोलॉजी है. सीसीएल अब सोलर की दिशा में भी आगे बढ़ रही है. इसके लिए झारखंड के पिपरवार में 20 मेगावाट सोलर प्लांट बनकर तैयार हो गया है. डीवीसी से परमिशन मिलने के बाद उसे ग्रिड से जोड़ा जायेगा. इसके बाद वह चालू हो जायेगा. भारत सरकार के निर्देशानुसार सीसीएल के सभी 14 एरिया में एक-एक सोलर प्लांट बैठाने की योजना है. इसके लिए खाली जमीन चिह्नित करने की दिशा में पहल किया जा रहा है. जमीन चिह्नित होते ही सीसीएल ढोरी व बीएंडके एरिया में भी सोलर प्लांट बैठाने की दिशा में पहल किया जायेगा. सीएमडी नीलेंदु कुमार सिंह ने चपरी गेस्ट हाउस में सीसीएल अधिकारियों के साथ भी बैठक कर कोयला उत्पादन व सुरक्षा को लेकर मंथन किया. ढोरी जीएम एमके अग्रवाल ने कहा कि कोयला उत्पादन पर ही कोल इंडिया का भविष्य निर्भर है. इसलिए एरिया को कोयला के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहल किया जा रहा है. इससे पहले सीएमडी नीलेंदु कुमार सिंह ने कल्याणी परियोजना स्थित जोरिया शिव मंदिर में पूजा अर्चना किया. तत्पश्चात पौधरोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया.