बसपा से मैदान में उतरी साधु यादव की पत्नी : गोपालगंज सदर सीट से इंदिरा यादव ने बसपा के टिकट पर किया नामांकन
गोपालगंज : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र गोपालगंज जिले की सदर विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में अब पूर्व सांसद अनिरुद्ध यादव उर्फ साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर अपना नामांकन दाखिल किया है.
नामांकन से पहले पूर्व सांसद साधु यादव ने अपने आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में बड़ी संख्या में बसपा के स्थानीय पदाधिकारी और साधु यादव के पुराने समर्थक मौजूद रहे. चर्चा के दौरान उन्होंने आगामी चुनाव रणनीति और संगठनात्मक मजबूती पर विस्तार से विचार-विमर्श किया. बैठक के बाद साधु यादव अपनी पत्नी इंदिरा यादव (इंद्रावती देवी) के साथ गोपालगंज कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे, जहां इंदिरा यादव ने विधिवत अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान उनके समर्थकों ने जोरदार नारों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया और बसपा के झंडे लहराते हुए माहौल को पूरी तरह चुनावी बना दिया.
पूर्व सांसद साधु यादव ने कहा कि“तेजस्वी यादव से हमारा कोई व्यक्तिगत झगड़ा नहीं है. वे हमारे भांजे हैं और परिवार के सदस्य हैं. राजनीति में मतभेद हो सकता है,मनभेद नहीं. तेजस्वी ने अपने मामा के सम्मान में ही गोपालगंज सदर विधानसभा सीट कांग्रेस के खाते में दी थी.”उन्होंने आगे कहा कि“हमारे परिवार में किसी तरह का विवाद नहीं है. हम दोनों पति-पत्नी पूरी मजबूती से मैदान में हैं और जनता के आशीर्वाद से जीत हमारी तय है.”साधु यादव के इस बयान के बाद गोपालगंज का राजनीतिक माहौल अचानक गरम हो उठा है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि साधु यादव की सक्रिय एंट्री और उनकी पत्नी के बसपा से मैदान में उतरने के बाद गोपालगंज सदर सीट का चुनावी मुकाबला अब त्रिकोणीय होने जा रहा है. जहां एक ओर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही थी,वहीं अब बसपा की एंट्री ने समीकरण पूरी तरह बदल दिए हैं. साधु यादव के पारंपरिक वोट बैंक और उनकी सक्रिय राजनीतिक छवि को देखते हुए,स्थानीय स्तर पर अन्य दलों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं.
जानकारों का कहना है कि साधु यादव की राजनीतिक विरासत और क्षेत्र में उनकी पकड़ को नज़रअंदाज़ करना किसी भी दल के लिए आसान नहीं होगा.
अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या बसपा के जरिए साधु यादव एक बार फिर गोपालगंज की राजनीति में अपनी पहचान मजबूत कर पाते हैं या नहीं. बसपा से इंदिरा यादव ने गोपालगंज सदर सीट से नामांकन किया. पूर्व सांसद साधु यादव ने की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कहा -“तेजस्वी यादव से नहीं है कोई झगड़ा”साधु यादव की एंट्री से बदला गोपालगंज का राजनीतिक समीकरण. मुकाबला अब हो सकता है त्रिकोणीय.
गोपालगंज से नमो नारायण मिश्र की रिपोर्ट--