वियतनाम के राजदूत की अध्यक्षता में हुई बैठक : पर्यटन बढ़ाने पर रहा जोर, पर्यटकों के स्वागत को बोधगया है तैयार

Edited By:  |
Reported By:
viyatnam ke rajdoot ki adhyakshta me hui baithak viyatnam ke rajdoot ki adhyakshta me hui baithak

बोधगया मंदिर सलाहकार पार्षद (Bodhagaya Temple Advisory Board) की उच्च स्तरीय बैठक बोधगया के होटल ओक्स में वियतनाम के राजदूत मि० फाम सान चाऊ की अध्यक्षता में आयोजित की गई। अध्यक्ष ने बोधगया मंदिर सलाहकार पार्षद के माननीय सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि बोधगया मंदिर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरीटेज कि श्रृंखला में शामिल किया गया है, जो गया एवं बिहार के लिए गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि बोधगया मंदिर के विकास एवं प्रबंधन में बौद्धिस्ट देशो का काफी योगदान है। कोविड-19 के पूर्व करोड़ों की संख्या में पर्यटक यहां आते थे तथा सालों भर पूजा एवं महोत्सवों का आयोजन होता रहता था। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि कोरोना संक्रमण से निजात पाने के बाद अब पुनः बोधगया में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।

बैठक में पर्यटन विभाग के सचिव श्री संतोष कुमार मल ने कहा कि इस उच्चस्तरीय बैठक में भाग लेना मेरे लिए गौरव की बात है। जिला पदाधिकारी सह BTMC के अध्यक्ष द्वारा बोधगया मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं सुरक्षा के बारे में काफी कुछ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गया में अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन को और अधिक विकसित करने तथा रनवे की लंबाई बढ़ाने हेतु कार्रवाई की जा रही है।

ब्रह्मयोनि, डुंगेश्वरी हिल, प्रेतशिला तथा वाणावार में रोपवे की सुविधा के बारे में बताया कि सरकार द्वारा स्वीकृत है। पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अनुमति के बाद शीघ्र ही इस पर कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बोधगया को बेस्ट स्प्रिचुअल अवार्ड को दिल्ली में ग्रहण करते समय उन्हें काफी प्रसन्नता हुई, इसके लिए जिला प्रशासन गया एवं गया वासियों को उन्होंने बधाई दिया।

मगध प्रमंडल, गया के आयुक्त सह बोधगया मंदिर सलाहकार पार्षद के सदस्य सचिव श्री मयंक वरवड़े द्वारा बैठक में शामिल सभी माननीय सदस्यों का स्वागत बुके देकर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने माननीय सदस्यों को बताया कि बोधगया मंदिर के रखरखाव एवं प्रबंधन में बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति(BTMC) काफी अच्छा कार्य कर रही है।

उन्होंने अतिथियों/सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि बौद्ध महोत्सव का आयोजन कोविड-19 संक्रमण के कारण 2020 में नहीं हो पाया था परंतु फरवरी 2022 में यह आयोजन प्रस्तावित है। उन्होंने उपस्थित सदस्यों से कहा कि अब पुनः पर्यटकों के लिए बोधगया पहले से अधिक आकर्षित एवं नए रूप में सजधज कर तैयार है।


Copy