सातवें चरण का शिक्षक नियोजन : 2022 में मिली निराशा...अब नया साल 2023 शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी लेकर आएगी..
patna:-साल 2022 खत्म होने वाला है और नए साल 2023 का आगाज होने वाला है...देश दुनियां के साथ ही बिहार के लोग नए साल के स्वागत की तैयारी कर रहें हैं...वहीं 2022 में सातवें चरण के शिक्षक बहाली नहीं होने से निराश अभ्यर्थी भी अब ने साल में शिक्षक बनने की सपने को पूरा होने की उम्मीद जता रहें हैं.
बतातें चलें कि सातवें चरण में बिहार के प्राथमिक,माध्यमिक,एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में 2 लाख से ज्यादा शिक्षकों की बहाली होनी है.इसमें करीब 1.20 लाख माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए होना है.छठे चरण की शिक्षक बहाली की प्रकिया साल के शुरूआत में ही शुरू की गई थी...इसमें भी कोर्ट में याचिका दायर होने के बाद मामला पेजीदा हो गया था.. और अनावश्य विलंब हुआ जिसका असर सातवें चरण की बहाली पर भी पड़ा है.
कई आन्दोलन के बाद सातवें चरण की बहाली प्रकिया अगस्त-सितंबर माह से शुरू करने की घोषणा तत्कालीन शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने की थी..इस बीच अगस्त माह में बिहार मे सरकार ही बदल गई...सरकार के मुखिया तो नीतीश कुमार रहे पर सहयोगी बीजेपी की जगह आरजेडी हो गई और शिक्षा विभाग जेडीयू(jdu) से आरजेडी(rjd) के कोटे में आ गई .नई सरकार में सातवें चरण की शिक्षक बहाली का मामला लगातार लटक रहा है.इस बीच बहाली की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी गर्दनीबाग से लेकर डाकबंगला चौराहा तक आन्दोलन कर रहें हैं,आन्दोलनकारी पर लाठी चार्ज हो चुका है.सत्ता से विपक्ष में आई बीजेपी सरकार पर लगातार निशाना साध रही है.. पर सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन मिल रहा है..कोई नियोजन तिथि अभी तक नहीं मिल पाई है.साल 2022 में नियोजन नहीं होने से निराश अभ्यर्थी 2023 में जल्द से जल्द नियोजन की प्रकिया शुरू करने की उम्मीद लगा रहें हैं.
इस बीच सरकारी सूत्रों से कई तरह की जानकारी मिल रही है जिसमें नई सरकार द्वारा पुरानी नियोजन की प्रकिया में बदलाव करने की बात कही जा रही है.इसका मसौदा शिक्षा विभाग ने तैयार किया है और नियोजन का जिम्मा पंचायत और नगर निकाय सरकार से लेकर बीपीएसपी,बीएसएससी या तकनीकी आयोग जैसी संस्था को सौप सकती है.इसमें नियोजनवार आवेदन के बदले एकीकृत आवेदन लिया जाएगा और जिला एवं प्रखंड का च्वाईस अभ्यर्थियों से लिया जाएगा.जिला स्तर पर ही अभ्यर्थियों की काउंसलिग की जाएगी और फिर नियुक्तिपत्र दिया जाएगा.
नयी नियमावाली के बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में लाने की चर्चा थी,पर इस सत्र में सारण जहरीली शराब कांड का मामला गरमाया रहा और सत्तापक्ष के साथ विपक्ष भी इस मुद्दे को भूल गई..इसलिए अब उम्मीद की जा रही है नए साल में ही सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति के मसौदा को अंतिम रूप दिया जाएगा और उसके बाद सरकार की तरह से किसी तरह की विज्ञप्ति या अधिसूचना जारी की जाएगी.इस बीच मसौदा को अंतिम रूप देने में हो रहे विलंब को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी बिहार सरकार और शिक्षा विभाग पर सवाल उठा रहें हैं.डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी बार बार उनके पुराने वादों को याद कराया जा रहा है जो उन्हौने विपक्ष का नेता रहते हुए शिक्षक अभ्यर्थियों से की थी.वहीं सातवें चरण के शिक्षक नियुक्ति को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने भी अभ्यर्थियों से थोड़ा धैर्य रखने की अपील कई बार की है..ऐसे में यह उम्मीद की जानी चाहिए की नये साल में इन शिक्षक अभ्यर्थियों का इंतजार जल्द ही खत्म होगा..