Bihar : उपचुनाव में जीत-हार से सरकार की सेहत पर नहीं पड़ेगा फर्क, आनंद मोहन का बड़ा बयान, प्रशांत किशोर पर भी साधा निशाना
SAHARSA : बिहार विधानसभा उपचुनाव को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि इस चुनाव में हार-जीत से सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि ये चारों सीट NDA जीत लेती है तो सरकार बना लेगी।
उन्होंने कहा कि एनडीए ऑलरेडी सरकार में है। इसके परिणाम से एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन यह चुनाव 2025 का स्वरूप तय करेगा। उन्होंने कहा कि चार में से तीन सीट तो महागठबंधन की छोड़ी हुई सीट है। सिर्फ इमामगंज ही एनडीए का था। उन्होंने कहा कि 23 नवंबर को सब कुछ सामने आ जाएगा।
उन्होंने बग़ैर नाम लिए प्रशांत किशोर पर निशाना साधा और कहा कि सिर्फ आंकड़ेबाजी से कुछ नहीं होता। राजनीति का मतलब आंकड़ेबाजी नहीं होता है। आंकड़ों से यदि राजनीति होती तो जितने भी लड़के कंप्यूटर पर काम करते हैं, चार्टर्ड अकाउंटेंट, आंकड़े जुटाने वाले अभी एमपी-एमएलए होते। सिर्फ पैसों के बल पर भी राजनीति नहीं होती है।
आनंद मोहन ने कहा कि मैंने देखा है कि किस तरह शिविरों की तरह शहर बसाए गए, पोर्टेबल सुलभ शौचालय, पोर्टेबल शहर घुमाएं जा रहे है। युवाओं को बाइक देकर दैनिक मजदूर की तरह एक राजनीति का नया ट्रेंड बिहार में शुरू किया गया है। बिहार सोशलिस्ट और गांधीवादियों का बिहार रहा है। गांधी जी की फोटो लेकर राजनीति के नाम पर प्रदर्शन करना बिहार की राजनीति के लिए शुभ संकेत नहीं है।
जो लोग विकल्प का ख्वाब पालते हैं, उन्हें मै कहना चाहता हूं कि इस बिहार में उपेन्द्र कुशवाहा भी निकले थे, पप्पू यादव भी निकले थे, चिराग पासवान भी निकले थे, नागमणि भी निकले थे, ओवैसी भी निकले थे। ये सारे लोग जिनका मैंने नाम गिनाया। इनके सामने तो इसमें से कोई ऐसा नहीं होंगा, जिनका यह दसवां भी अंश होंगे। राजनीति में, जनाधार में या किसी भी मामले में दसवें अंश हों।