बेखौफ अपराधियों का कहर : पारिवारिक विवाद में बेटे ने पिता और सौतेली मां पर चलाई गोली, मां की मौके पर मौत, पिता घायल
साहेबगंज : बड़ी खबर साहेबगंज से जहां नगर थाना क्षेत्र के कॉलेज रोड में रविवार देर शाम दो अपराधिक गुटों में हुए विवाद के बाद चली गोली में 3 लोग घायल हो गये. वहीं जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र के धोबी झरना के पास एक मकान में रविवार की देर रात पारिवारिक विवाद में बेटे ने अपने पिता और सौतेली मां पर गोली चलाई. गोलीबारी की घटना में महिला की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि पिता गोली लगने से गंभीर रुप से घायल हो गये. परिजनों ने उसे तुरंत सदर अस्पताल भेजा. जहां उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए बाहर रेफर कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच पड़ताल कर रही है.
बताया जा रहा है कि नगर थाना क्षेत्र के कॉलेज रोड में रविवार की शाम दो अपराधिक गुटों में हुए विवाद के बाद चली गोली में 3 लोग घायल हो गए. वहीं दूसरी घटना जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र के धोबी झरना के पास हुई. जहां मोहल्ले में राजमहल सरकंडा निवासी नीरज मोदी के मकान में भाड़े पर रह रहे सकरी गली निवासी पप्पू यादव और उसकी पत्नी मिली सिंह पर रविवार की देर रात करीब 1:30 बजे अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए गोलियों से छलनी कर दिया. इस घटना में जहां पत्नी मिली सिंह (42) को 3 गोली लगने से उनकी घटना स्थल पर ही तत्काल मौत हो गई. वहीं पति पप्पू यादव(46) को 8 गोलियां लगी जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसे परिजनों के द्वारा इलाज के लिए पहले सदर अस्पताल साहिबगंज ले जाया गया. जहां इसकी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया गया. जिनका फिलहाल भागलपुर के किसी प्राइवेट नर्सिंगहोम में इलाज चल रहा है वहां उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है.
इधर सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार घायल द्वारा पुलिस को दिए गए फर्द बयान अपने बेटा लालू यादव और उनके चार-पांच सहयोगियों के द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने का आरोप लगाया गया है.हालांकि पुलिस ने तत्काल इसकी पुष्टि नहीं की है. पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए मौके से घर में मौजूद घायल पप्पू यादव की कथित रूप से दूसरी पत्नी की बेटी मनीषा कुमारी को हिरासत में लिया है. जिसने घटना के संबंध में पुलिस को बताया है कि वे अपने पिता पप्पू यादव और मां मिली सिंह के साथ रविवार की रात लगभग9बजे नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चौक बाजार में अपने किसी परिवार के घर हो रहे शादी समारोह में शामिल होने गए थे. देर रात करीब1:30बजे वे लोग वापस घर लौटे थे. घर का गेट खोल घर के अंदर घुसे थे. वे अपनी मां के कहने पर अपना कपड़ा चेंज करने के लिए एक कमरे में घुस गई थी. उसी दौरान उसकी तबातोड़ गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी. जब वे कमरे से बाहर निकली तो कुछ लोगों को घर से भागते देखा और वहीं उसके पिता और मां जमीन पर खून से लथपथ पड़ा था. ऐसे में अंदेशा है कि अपराधी पहले से ही घर में प्रवेश कर गए थे और उन लोगों के घर में घुसने के बाद ही उक्त घटना को अंजाम देकर फरार हो गए. मनीषा ने बताया कि घटना के बाद उसने तत्काल फोन से इसकी सूचना अपने परिजनों को दी.फिर परिजनों के द्वारा दी गई सूचना के बाद पुलिस वहां पहुंची थी. पुलिस फिलहाल घायल के फर्द बयान पर मामले की छानबीन करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है.
आखिर क्या है पूरा मामला
पुलिस सूत्रों और मिली जानकारी के अनुसार घायल पप्पू यादव तीन शादी कर चुके हैं. उनकी पहली शादी सकरी गली में हुई थी. हालांकि पहली पत्नी का निधन हो चुका है. लेकिन उसी शादी से हुए बेटा लालू यादव और उनके सहयोगियों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगा है. वहीं पप्पू ने दूसरी शादी पीरपैंती में की है,जिससे उनको बेटी मनीषा है. जो फिलहाल साहिबगंज झरना के समीप भाड़े के मकान में अपने पिता पप्पू यादव और सौतेली मां मिली सिंह के साथ रह रही थी,क्योंकि उसकी अपनी मां का निधन हो चुका है. पप्पू ने तीसरी शादी चौक बाजार के मिली सिंह नामक एक शादीशुदा महिला से की थी. जिनकी इस घटना में मौके पर ही मौत हो गई. हालांकि पुलिस को मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए कई बिंदुओं पर छानबीन करनी होगी,लेकिन मृतक के परिवारिक सूत्रों के अनुसार परिवारिक विवाद में पप्पू यादव की पहली पत्नी का बेटा लालू यादव और उसके सहयोगियों के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है.
दरअसल बीते8जून को घायल पप्पू यादव का जिले के मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र से एक ट्रक चोरी चली गई थी. बताया जाता है कि इसको लेकर पप्पू यादव ने मिर्जाचौकी थाना में लिखित शिकायत की थी,जिसमें अपने बेटे लालू यादव को ही इसका आरोपी बनाया था. ऐसे में समझा जाता है कि इससे नाराज होकर लालू यादव ने उक्त घटना को अंजाम दिया. ऐसे में बेटा लालू यादव इससे काफी नाराज चल रहा था और इसी नाराजगी में उसने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया.
मामले में ए एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि परिवारिक विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया है,पुलिस मामले की गंभीरतापूर्वक छानबीन कर रही है. जल्द ही मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.