बारिश के लिए अनोखी शादी : इंद्र देवता को खुश करने के लिए सहरसा के किसानों ने मेढक-मेढकी की करवाई शादी..
सहरसा-जिले में बारिश नहीं होने से किसान हलकान और परेशान है और इंद्र देवता को खुश करने के लिए की तरह के टोटका कर रहें हैं.इस कड़ी में मेढक-मेढकी की शादी करवाई गई है.इस शादी की चर्चा हर तरफ हो रही है.
दरअसल हर साल बाढ का दंश झेलने वाले कोसी क्षेत्र के किसान इन दिनों बारिश नहीं होने से परेशान हैं.उनके खेत की फसल सूख रही है.भीषण गर्मी एवं धान की फसल बर्बाद हो रही है.अब बारिश कराने के लिए तरह-तरह का नुस्खा अपना कर इंद्र देवता को मनाने की कोशिश यहां के लोग कर रहे हैं।जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के भौरा गांव के किसानों ने इंद्र देवता को खुश कराने के लिए एक मेढक और मेढकी की अनोखी शादी करवाई..वो भी पूरे वैदिक मंत्रोचारण के साथ.इस शादी में गांव की महिलाओं ने पारंपरिक रूप से गीत भी गाई।शादी में मेढक को दूल्हा और मेढकी को दुल्हन बनाया गया.फिर दोनों की शादी कराई गयी. महिलाओं ने गीत गा कर मेढक और मेढकी की शादी कराई।
मालूम हो कि मौसम इस बार जिले से लेकर प्रखंड को भी परेशान कर रही है। अब तक बारिश नहीं होने से किसान काफी परेशान हैं। किसानों को अब डर सताने लगा कि कहीं सुखाड़ न पड़ जाये।पिछले साल की तुलना में इस बार अब तक न के बराबर बारिश हुई है। बारिश नहीं होने के बाद भी किसान किसी तरह से धान की रोपाई की।मोटर पंप से पटवन कर कुछ दिन बचाया, लेकिन फिर भी बारिश नहीं हुई। अब बारिश नहीं होने से धान की फसल सूख रही है।खेतों में दरार फट चुकी है.।जिसके कारण धान पूरी तरह से बर्बाद होने के कगार पर है।अब सब भगवान की शरण में चले गये हैं।किसी तरह से इंद्र देवता की मेहरबानी हो जाये जिससे बारिश हो और किसानों को राहत मिले। इसलिए पुराने टोटके के अनुसार भौरा गांव स्थित भोला बाबा के मंदिर में मेंढक और मेंढकी की शादी करवायी गयी.इस टोटके के बाद बाद थोड़ी बहुत बारिश जिले में शुरू हुई है और यहां के लोगों को उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में जोरदार बारिश भी होगी.