बैंक लॉकर में लगी सेंध तो एक्शन में SP लिपि सिंह : सफाईकर्मी भी घटना में था शामिल, जब खुला राज तो हैरान रह गए लोग
सहरसा : सहरसा जिले के बैजनाथपुर के भारतीय स्टेट बैंक के लॉकर से सोने की हुए चोरी मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। दरअसल बीते 10 अप्रैल को शाखा प्रबंधक ललित कुमार सिन्हा के द्वारा बैजनाथपुर ओपी में लिखित आवेदन दिया था। जिसमें बैंक के लॉकर से बैंक सफाई कर्मी उमेश मलिक के द्वारा अवकाश के दिन बैंक आकर लॉकर से तकरीबन 2 केजी 700 ग्राम सोना चोरी कर लिए जाने की बात अंकित की गई। इस बात की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज देखने से किया गया।
मामले को गंभीरता लेते हुए एसपी लिपि सिंह ने पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षु निशिकांत भारती के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया। गठित एसआईटी के द्वारा इस मामले को चुनौती के रूप में लेते हुए कांड का सफल उद्भेदन वह वैज्ञानिक तरीके से विभिन्न स्थानों पर अनुसंधान छापेमारी की गई जहां से पुलिस को सफलता मिली। सोने की बरामदगी सदर थाना क्षेत्र के पूरब बाजार स्थित मिशन कंपाउंड के संजय शाह के घर से 561.750 ग्राम सोना का जेवर एवं 4 लाख 39 हजार 500 नेपाली करंसी बरामद किया गया।
वही मोतिहारी के घोड़ासहन निवासी सुनील कुमार के घर से 245.160 ग्राम सोना का जेवरात बरामद किए गए। साथ ही साथ बैंक के सफाई कर्मी उमेश मलिक के घर से 321. 730 ग्राम सोना का जेवरात बरामद किया गया। कुल सोने की बरामदगी 1128.640 ग्राम की गई उसके साथ साथ 4 लाख 39हजार 500 नेपाली करंसी भी बरामद किया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम उमेश मलिक, संजय शाह, मुन्ना साह, और सुनील कुमार है। पुलिस को मिली कामयाबी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है लेकिन पुलिस के सर पर अभी भी बैंक में चोरी हुए सोने का बोझ बाकी है।
फिलहाल 60 लाख के ही सोने के जेवरात की बरामदगी हुई है जबकि 70 लाख के जेवरात की बरामदगी अभी भी पुलिस को करनी है। इसको लेकर पुलिस ने कई संदिग्ध को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। एसपी लिपि सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान तमाम जानकारी दी है और मामले का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही और बाकि सोने को भी बरामद कर लिया जाएगा इसके लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।