'अरे छोड़ मुझे... मैं हूं DSP' : शख्स को बकरी चोर समझ ग्रामीणों ने दबोचा, गुहार लगता रह गया पुलिस कर्मी

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बेगूसराय : मामला सामने आ रहा है बेगूसराय से जहां रात के अंधेरे में अपराधियों को पकड़ने पहुंचे DSP साहब की भारी फजीहत हो गई। दरअसल पूरी टीम के साथ अपराधियों को दबोचने पहुंचे साहब छापेमारी के दौरान ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए।


फिर क्या सभी ने साहब को ही बकरी चोर समझ दबोच लिया। इस दौरान DSP चिल्लाते रह गए कि अरे मैं हूं DSP लेकिन किसी ने उनकी एक ना सुनी और उन्हें पकड़ कर एक कमरे में बंद कर दिया। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने स्थानीय थाने को सूचना देते हुए बताया कि जल्दी आइये साहब हमने एक चोर को दबोचा है।

मामला विद्यापति नगर इलाके का बताया जा रहा है जहां तेघड़ा DSP डॉ रवींद्र मोहन प्रसाद एक बाइक चोर को पकड़ने के लिए अपनी टीम के साथ सिविल ड्रेस में पहुंचे थे। टीम को इलाके में चारों ओर फैला कर DSP खुद अपराधी के मकान के पास पहुंच कर बगले झांकने लगे। इसी दौरान मौके पर किसी ने उन्हें देख लिया और उन्हें ही बकरी चोर समझ कर शोर मचाते हुए दबोच लिया। हालांकि इस बीच साहब कहते रह गए कि वह चोर नहीं DSP हैं लेकिन किसी ने उनकी एक ना सुनी। और उन्हें पकड़ कर कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय थाने को सूचना देते हुए बताया कि जल्दी आइये साहब हमने एक बकरी चोर को पकड़ा है।

सूचना मिलते ही स्थानीय थाना ने मुस्तैदी दिखाते हुए दल-बल के साथ वहां पहुंचे। मौके पर पहुंच कर जैसे ही पुलिसवालो ने डीएसपी साहेब को कमरे में बंद देखा तो सभी हैरान रह गए। फ़ौरन साहब को कमरे से निकला और ग्रामीणों को बताया कि यह कोई और नहीं बल्कि DSP साहब ही हैं। हालाँकि इसके बाद तेघड़ा पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में सिमरी के सुखदेव महतो के पुत्र बीरबल कुमार व मनियारपुर गांव के मनोज रजक के पुत्र अंकित कुमार को गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ थाने ले आई।


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