Bihar News : सीवान में धंसा एक और पुल, 12 गांवों की आबादी हुई प्रभावित, महाराजगंज मुख्यालय से टूटा संपर्क
PATNA :बिहार में मॉनसून की जोरदार एंट्री हो गयी है। प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं जोरदार बारिश हो रही है। तेज बारिश के बीच बिहार में एक और पुल धंस गया है, जिसे लेकर अब कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं। सीवान में गंडकी नदी पर बना पुल बुधवार सुबह धंस गया। पुल का एक पिलर धंस गया, जिसके बाद पुल गिर गया। इससे 12 गांवों की आबादी प्रभावित हुई है। ये पुल इन गांवों को महाराजगंज जिला मुख्यालय से जोड़ता था।
12 गांवों का टूटा महाराजगंज मुख्यालय से संपर्क
यह पुल दरौंदा प्रखंड अंतर्गत देवरिया और भीखा बांध गांव की सीमा पर स्थित है। पुल के जर्जर होने को लेकर ग्रामीणों ने बीते 22 जून को विरोध-प्रदर्शन भी किया था, तब प्रशासन द्वारा इसका मरम्मत कार्य भी कराया जा रहा था लेकिन इसके बावजूद बुधवार की सुबह करीब 5 बजे पुल का एक पिलर नदी में धंस गया। इस पुल के गिर जाने से लगभग एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों का महाराजगंज मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
आपको बता दें कि 22 जून को भी इसी नदी पर बना एक और पुल गरौली में धंस गया था, तब जिला प्रशासन द्वारा गंडक विभाग और पथ निर्माण विभाग द्वारा सभी पुल का सर्वे कराया जा रहा था। गरौली से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर यह पुल स्थित है। ग्रामीणों का कहना है कि बीते दिन हुई तेज बारिश के कारण पानी का स्तर बढ़ गया था। पानी की धारा भी तेज हो गई थी, जिसके कारण आज पुल धंस गया है। लोगों का कहना है कि शिकायत के बावजूद भी प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा में सोया हुआ था।
ग्रामीणों ने लगाया बड़ा आरोप
लोगों ने बताया कि यह पुल पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह द्वारा बनवाया गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गंडक विभाग द्वारा नहर की सफाई कराई गई थी। इस दौरान बिना मानक का ध्यान रखें ही नहर किनारे से जेसीबी से मिट्टी की कटाई की गई थी, जिसके कारण पिलर के किनारे से भी मिट्टी हट गया था और जिस प्रकार गरौली का पुल गिरा है, उसी प्रकार यह पुल भी गिर गया है।