आरजेडी की महारैली के मायने : सत्ता भले गई पर हौसला बरकरार है, पटना में महागठबंधन ने दिखाई एकजुटता, एनडीए को देंगे कड़ी टक्कर !
Desk: पटना के गांधी मैदान (Patna Gandhi Maidan)से महागठंबधन ने लोकसभा के चुनावी(Loksabha Election)अभियान का आगाज कर दिया है। मंच पर कई पार्टियों के बड़े नेता मौजूद रहे। लालू यादव(Lalu Yadav),राहुल गांधी(Rahul Gandhi),मल्लिकार्जुन खरगे(Mallikarjun Kharge), सीताराम येचुरी(Sitaram Yechuri),डी राजा(D. Raja)के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav)औरCPI-MLके महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य(Deepankar Bhatacharya)ने लोगों को संबोधित किया । एक साथ सबने हाथ उठाकर एकजुटता दिखाई और केंद्र की सत्ता से बीजेपी को बाहर करने का संकल्प दोहराया। लालू यादव के निशाने पर नरेंद्र मोदी(Narendra Modi)और नीतीश कुमार(Nitish Kumar)रहे । परिवारवाद और हिंदुत्व के मुद्दे पर लालू ने पीएम मोदी पर पलटवार किया। वहीं नीतीश कुमार के साथ दोबारा सरकार बनाने को अपनी गलती बताया, साथ ही ये बताना नहीं भूले कि कैसे मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने गरीबों और पिछड़ों को उनका अधिकार दिलाया ।
वहीं तेजस्वी यादव ने भीJDUऔर बीजेपी पर करारा हमला किया। रोजगार के मुद्दे पर नीतीश को घेरा साथ ही कहा कि विधायकों को भले ही खरीद लें, लेकिन जनता को कहां से खरीदेंगे। उन्होंनेRJDका नया मतलब भी बताया।RJDका मतलब अधिकार,नौकरी और विकास इसके अलावा ये ऐलान भी कर दिया कि आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रहेगी। ये लड़ाई विचारधारा की है।
रैली में इंडिया गठबंधन के बड़े नेता शामिल रहे और ये संदेश दे दिया कि 2024 की लड़ाई में सब एक साथ हैं। संदेश ये भी दे दिया गया कि देश स्तर पर भले ही कांग्रेस ड्राइविंग सीट पर हो लेकिन बिहार में कमान आरजेडी के हाथ में है। बिहार को देश की राजनीति का'नर्व सेंटर'बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश में जब भी बदलाव आता है उसकी शुरुआत बिहार से होती है ।
इधर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे कभी समुद्र मंथन हुआ था वैसे अब संविधान मंथन होने जा रहा है और बिहार से 40 हराओ का नारा जा रहा है। यूपी-बिहार मिलाकर लोकसभा की 120 सीट है। अगर दोनों राज्यों में बीजेपी को हरा दिया जाए तो स्थिति पूरी तरह बदल जाएगी ।
वाम दलों के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को जनता के सरोकारों से कोई मतलब नहीं है और पीएम मोदी की गारंटी महज जुमला है । नीतीश के INDIA गठबंधन से अलग होने के बाद महागठबंधन ने एकजुटता दिखायी और ये संदेश दिया कि मोदी को हटाने के लिए जो मोर्चा ना था वो अब भी बरकरार है और लोकसभा चुनाव में विपक्ष पूरी ताकत से लड़ेगा
पटना से ब्यूरो रिपोर्ट